Chandigarh News: मोरनी, 13 नवम्बर — अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता की अध्यक्षता में पंचायत समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें मोरनी के ब्लॉक समिति अध्यक्ष के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ। इस प्रस्ताव को बहुमत से पारित किया गया, जिसमें सभी 7 सदस्यों ने पक्ष में मतदान किया और विपक्ष में कोई मत प्राप्त नहीं हुआ।
लघु सचिवालय के सभागार में हुए इस मतदान में समिति के सदस्य कमल सिंह, सोनिया केशव, प्रताप सिंह ठाकुर, पूनम कुमारी, बलदेव सिंह राणा, कुसुम लता, और सतपाल ने अध्यक्ष के खिलाफ प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी गगन सिंगला और खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी अंकुर कुमार समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
यह अविश्वास प्रस्ताव भाजपा विधायक शक्ति रानी शर्मा के चुनाव के बाद मोरनी ब्लॉक समिति की चेयरमैन निशा देवी और कांग्रेस समर्थित वाइस चेयरमैन अंजना देवी के खिलाफ लाया गया था। सभी पंचायत समिति के सदस्यों ने उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत होकर इस प्रस्ताव को बहुमत से पारित करवाया।
अविश्वास प्रस्ताव पास होने के बाद समिति के सदस्यों ने कालका की विधायक शक्ति रानी शर्मा से मुलाकात की और नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव की तिथि निर्धारित करने के लिए आग्रह किया। अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि नए चेयरमैन के चुनाव की तिथि जल्द ही प्रशासन द्वारा घोषित की जाएगी।
बताया जा रहा है कि सदस्यों ने चेयरपर्सन पर विकास कार्यों में भेदभाव करने और उनके साथ काम न करवाने का आरोप लगाया था। सदस्यों का कहना था कि विकास कार्यों में अनियमितता और भेदभाव के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। अध्यक्ष पद के लिए अब सोनिया केशव का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है, जबकि उपाध्यक्ष पद के लिए बलदेव राणा का नाम सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है। हालाँकि, इन नामों की आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है।
सभी बीडीसी सदस्य भाजपा समर्थित बताए जा रहे हैं और पार्टी के आदेशों के अनुसार ही निर्णय ले रहे हैं। सदस्यों ने चेयरपर्सन पर विकास कार्यों में पक्षपात करने के आरोप लगाए थे और अपने क्षेत्रों में उचित कार्य न होने की बात कही।
मतदान के सफल आयोजन के बाद समिति के सदस्यों ने कालका विधायक से मुलाकात कर नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव की तिथि शीघ्र तय करने का अनुरोध किया।