Chandigarh News, जीरकपुर : नगर परिषद जीरकपुर के अंतर्गत दयालपुरा गांव में एक कमर्शियल प्रोजेक्ट का निर्माण किया जा रहा है। जिसका ग्रामीणों द्वारा काफी समय से लगातार विरोध किया जा रहा है। इस संबंध में ग्रामीणों ने नगर परिषद जीरकपुर को शिकायत दी है, लेकिन नगर परिषद ने बिल्डर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की तो ग्रामीणों ने बिल्डर के खिलाफ डायरेक्टर स्थानीय निकाय, डीसी मोहाली और एसडीएम डेराबस्सी को शिकायत दी है। गुरुवार को उच्च अधिकारियों को दी शिकायत में गांव वासियों के सुखविंदर सिंह, बिल्ला चौधरी, गुरप्रीत सिंह, अरविंदर सिंह, जगतार सिंह, गुरविंदर सिंह व अन्य ने बताया कि जीरकपुर-पटियाला मुख्य मार्ग से गांव दयालपुरा तक लिंक रोड एरो ग्रीन -2 सड़क पर परियोजना निर्माणाधीन है।
उन्होंने कहा कि बिल्डर द्वारा सड़क किनारे 135 शोरूम का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिल्डर ने शोरूमों के सामने पार्किंग के लिए नियमानुसार निर्धारित जगह नहीं छोड़ी है। इस संबंध में वे कई बार जीरकपुर नगर परिषद से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन नगर परिषद के अधिकारियों ने बिल्डर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद उन्होंने बिल्डर के खिलाफ डायरेक्टर स्थानीय निकाय विभाग पंजाब, डिप्टी कमिश्नर एसएसईएसएस नगर मोहाली और एसडीएम डेराबस्सी को शिकायत दी है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे। पत्रकारों को
ग्रामीण वासियों ने जानकारी देते हुए आरोप लगाया कि इन शोरूमों का निर्माण नगर परिषद के अधिकारियों की मिलीभगत से हुआ है।उन्होंने मांग की कि इस मामले की विजिलेंस जांच होनी चाहिए और इसमें शामिल भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
ग्रामीण इन शोरूमों का कर रहे हैं विरोध
ग्रामीणों का कहना है कि बिल्डर को नियमानुसार शोरूम के सामने पार्किंग की जगह छोड़नी चाहिए थी, जो बिल्डर ने नहीं छोड़ी है। इससे इन 135 शोरूम में आने वाले ग्राहकों और दुकानदारों के वाहन गांव की ओर जाने वाली सड़क पर रुकेंगे। इन वाहनों की संख्या सैकड़ों में होगी, जिससे ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ेगी।उन्होंने कहा कि सड़क की चौड़ाई 66 फीट 8 इंच है, अगर इस सड़क पर 50 वाहन भी खड़े हो जायेंगे तो ग्रामीणों का रास्ता बंद हो जायेगा। इसके अलावा भविष्य में ग्रामीणों को कई अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ेगा। यदि बिल्डर ने नियमानुसार पार्किंग के लिए जगह छोड़ी होती तो उन्हें इन शोरूमों के निर्माण पर कोई आपत्ति नहीं होती। उन्होंने कहा कि सभी ग्रामीण विकास चाहते हैं, हमारा गांव आगे बढ़े, लेकिन वे ऐसा विकास नहीं चाहते जो भविष्य में उनके और आने वाली पीढ़ी के लिए परेशानी का कारण बने।