Chandigarh News : एमएलए कालका ने प्राकृतिक खेती करने की किसानों से करी अपील

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MLA Kalka appealed to the farmers to do natural farming
  • जिला स्तरीय किसान मेले में लगभग 600 किसानों ने बढचढ कर लिया भाग 
(Chandigarh News) पंचकूला। 24 मार्च- गांव करनपुर ब्लाक पिंजौर जिला पंचकूला में कृषि तथा किसान कल्याण विभाग द्वारा प्राकृतिक खेती को बढावा देने के उदेश्य से जिला स्तरीय किसान मेले का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 600 किसानों ने बढचढ कर भाग लिया। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देेने के कार्यक्रम में श्रीमती शक्ति रानी, विधायक कालका द्वारा मुख्य अतिथि के तौर पर शिरक्त की।

किसान अपने उत्पादों को उच्च दामों पर बेच कर अपनी आय में वृद्धि कर सकते है

उन्होंने कहा कि प्राकृतिक विधियों से खेती अपनाने की समय की मांग व प्राकृतिक खेती से उत्पादित कृषि उत्पाद के उच्च दामों के बारे में विस्तार से बोलते हुए विधायिका कालका ने किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने हेतु आहवान किया, जिससे किसानों को आय में भी वृद्धि होगी।उन्होंने किसानों को बताया कि क्षेत्र के किसानों हेतु साथ लगते पंचकूला एवं चण्डीगढ़ शहर प्राकृतिक खेती के कृषि उत्पादों की बिक्री हेतु एक बेहतर बाजार के रूप में उपलब्ध है। किसान अपने उत्पादों को उच्च दामों पर बेच कर अपनी आय में वृद्धि कर सकते है।
प्राकृतिक खेती को बढावा देने के कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक डा0 सुरेन्द्र सिंह, उप मण्डल कृषि अधिकारी डा0 बलबीर भान, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा0 गुरनाम सिंह ने खेती में अधिक मात्रा में हो रहे रसायनिक व कीटनाशक के प्रयोग से क्षीण होती जा रही मृदा-उपजाऊ क्षमता तथा मानव स्वास्थय व प्रर्यावरण पर पडने वाले दुष्प्रभावों बारे बताते हुए  उपस्थित किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया। प्राकृतिक खेती को बढावा देने हेतु हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को देसी गाय खरीदने के लिए 30000/- रूपये तथा प्राकृतिक खेती प्रदर्शन प्लाट लगाने के लिए  4000/- रूपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान राशि प्रदान करी जा रही है।
इसके अतिरिक्त जैसे पशुपालन, मत्स्य, बागवानी आदि विभागों के उपस्थित अधिकारियों ने अपने-2 विभाग से संबंधित किसान हितेशी स्कीमों का विस्तार से ब्यौरा दिया। इस मौके पर प्रश्नोतर कार्यक्रम का आयोजन करते हुए, किसान मेले में विभिन्न योजनाओं के संबंध में किसानों को दी गई जानकारी के आधार पर विभाग के अधिकारियों द्वारा संवाद स्थापित किया गया, जिसके अंर्तगत पूछे गए प्रश्नों के सही उतर देने वाले किसानों को विधायिका कालका ने पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।