Chandigarh News: मनीष तिवारी ने एडवाइजरी कमेटी के सदस्य बना कर बाँटी रेवड़ियां कइयों को दो दो ,किसी को एक भी नहीं 

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Chandigarh News | चंडीगढ़ : चंडीगढ़ कांग्रेस में इन दिनों नेताओं को बिना एडवाइजरी कमेटियों के सदस्य नियुक्त किया जा रहा है । इनमें कुछ नेता तो ऐसे हैं  जिनके दो दो एडवाइजरी कमिटी में नाम शामिल किए गए हैं ।जबकि कुछ नेता ऐसे हैं जिन्हें किसी भी कमेटी में शामिल नहीं किया गया है ।इसी को लेकर अब जिन नेताओं का नाम कमेटियों में शामिल हो चुका है वह तो काफ़ी ख़ुश हैं ,और चंदीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी की तारीफ़ भी कर रहे हैं ।वहीं जिन्हें किसी भी कमेटी में जगह नहीं मिली ।वह अभी अपने नाम के शमिल होने का इंतज़ार कर रहे हैं ।

दरअसल चंडीगढ़ में विभिन्न विभागों की एडवाइजरी कमेटी के सदस्य राजनीतिक पार्टी से ये नियुक्त किए जाते हैं। इस बार भी चंडीगढ़ में टेलीफ़ोन एडवाइजरी कमिटी ,हेल्थ एडवाइजरी कमिटी ,रेलवे यूज़र एडवाइजरी कमेटी ,चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड एडवाइजरी कमिटी ,पुलिस एडवाइजरी कमिटी , एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी के अलावा कई अन्य कमेटियां श्यामल है ।जिनमें इन सदस्यों की नियुक्ति की जाती है। इन कमेटियों में सांसद की सिफ़ारिश के बाद सदस्य नियुक्त किए जाते हैं।

पवन बंसल के करीबियों को नहीं मिली किसी भी कमेटी मिलेगा जगह

फ़िलहाल देखा गया है कि जितनी भी अभी तक एडवाइजरी कमेटी के सदस्य नियुक्त किए गए हैं ।उसमें अधिकतर ऐसे नेता के नाम शामिल है जो मनीष तिवारी के क़रीबी है या उन के साथ लंबे समय से जुड़े हुए हैं ।इनमें पवन बंसल के किसी भी क़रीब को जगह नहीं मिली है ।ऐसे में यह क़यास लगाए जा रहे हैं ।मनीष तिवाड़ी और पवन कुमार बंसल के बीच अभी भी 36 का आंकड़ा है और मनीष तिवारी उन सभी नेताओं को जो पवन बंसल के करीब है उन्हें दूर रखने का कोई भी मौक़ा नहीं गंवा रहे है ।हालाँकि बंसल के करीबियों को अभी भी उम्मीद है की उनका नाम भी किसी न किसी पार्टी में ज़रूर आएगा क्योंकि अभी कई कमेटियों के सदस्यों की नियुक्ति  होनी बाक़ी है।

 

वहीं कुछ नेताओं को तो ऐसी कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है ।जिसका कोई भी काम नहीं है ,दरअसल चंडीगढ़ के कई नेताओं को टेलीफ़ोन एडवाइजरी कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है ।इस कमेटी के सदस्य को मुफ़्त में लैंडलाइन फ़ोन इस्तेमाल करने की सुविधा के अलावा किसी प्रकार की भी कोई सुविधा नहीं है ।एडवाइजरी कमेटी के सदस्य के पास किसी तरह का भी कोई काम नहीं है ।इसी को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि सांसद मनीष तिवारी ने नेताओं को ख़ुश करने और लोगों में धौंस ज़माने के लिए टेलीफ़ोन एडवाइजरी कमेटी का सदस्य बनाकर रेवड़ियां बाँट दी है ।जबकि इस कमिटी का सदस्य बनकर कोई ज़्यादा लाभ नहीं है

 

तिवाड़ी के क़रीबी बने रसूखदार कमेटियों के सदस्य

चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष एचएस लक्की के अलावा कई ऐसे नेता हैं जिन्हें रसूखदार कमेटी का सदस्य नियुक्त किया गया है इसके अलावा पंजाब के नेताओं को भी ऐसी कमेटियों का सदस्य बनाया गया है।

 

भाजपा की ओर से राज्य सभा सांसद सतनाम संधू ने नियुक्त करवाए सदस्य

वहीं भाजपा की बात की जाए तो राज्य सभा सदस्य सतनाम सिंह संधू ने भी भाजपा के कुछ नेताओं को कई कमेटियों का सदस्य नियुक्त करवाया है ।ऐसे में पार्टी सूत्रों की मानी जाए तो उनका कहना है कि सतनाम सिंह  संधू चंडीगढ़ भाजपा के नेताओं का को यह संदेश देने का प्रयास कर रहे हैं कि उनकी पकड़ चंडीगढ़ भाजपा और केंद्र में मज़बूत हैं और पार्टी में उनकी सिफ़ारिश ही चलेगी। दरअसल चंदीगढ़ भाजपा मैं इन दरों सरदार बनने की रेस लगी हुई है ।ऐसे में सतनाम सिंह संधू भी पीछे नहीं है।