Chandigarh News, मोरनी: मोरनी के निकटवर्ती गांव चमखा में देर रात तेंदुआ देखे जाने की घटना ने पूरे गांव में डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना रात करीब 8 बजे की है, जब तेंदुआ गांव निवासी नरेन्द्र कौशिक के घर के गेट के पास काफी देर तक खड़ा रहा। इस पूरी घटना की तस्वीरें और वीडियो नरेन्द्र के घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गईं।
पालतू जानवर भी तेंदुए का निशाना बने
नरेन्द्र कौशिक ने बताया कि यह तेंदुआ अक्सर गांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में देखा गया है। इससे पहले यह कई बार पालतू जानवरों को अपना शिकार बना चुका है। गांव के लोगों का कहना है कि तेंदुआ पालतू मवेशियों के साथ-साथ छोटे जानवरों को भी निशाना बनाता रहा है।
रात के समय गेट के पास खड़ा था तेंदुआ
घटना के दौरान नरेन्द्र कौशिक का पालतू कुत्ता डर के मारे चुपचाप घर के अंदर चला गया। इस पर संदेह होने पर जब नरेन्द्र ने अपने सीसीटीवी कैमरे की जांच की, तो तेंदुआ गेट के पास खड़ा दिखाई दिया। उन्होंने तुरंत परिवार के सदस्यों को सतर्क किया और सभी को घर के अंदर सुरक्षित रहने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों में बढ़ी चिंता
तेंदुए की मौजूदगी ने न केवल चमखा गांव बल्कि आसपास के गांवों के लोगों को भी डरा दिया है। ग्रामीणों ने वन विभाग और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि तेंदुए के लगातार गांव के आसपास घूमने से बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
वन विभाग को दी गई सूचना
घटना की सूचना वन विभाग को दे दी गई है। ग्रामीणों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए तुरंत पिंजरे लगाने और अन्य आवश्यक कदम उठाने की मांग की है। नरेन्द्र कौशिक ने प्रशासन से अपील की है कि गांव में गश्त बढ़ाई जाए और तेंदुए के आतंक को खत्म करने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।
ग्रामीण सतर्क और डरे हुए
गांव में इस घटना के बाद लोगों ने रात के समय घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है। बच्चों को घर के बाहर खेलने से मना कर दिया गया है, और सभी लोग वन विभाग की कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं।
यह घटना जंगली जानवरों और मानव बस्तियों के बीच बढ़ते संघर्ष की गंभीरता को दर्शाती है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से ही इस डर को खत्म किया जा सकता है।