Chandigarh News: राज्य स्तरीय खादी और पीएमईजीपी संयुक्त प्रदर्शनी का सेक्टर 5 स्थित शालीमार ग्राउंड में शुरू हुई। नये भारत की नयी खादी’ अब नयी ऊंचाइयों पर पहुंचने के लिए तैयार है।
यह मेला हमारे कारीगरों और उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां वे अपने उत्कृष्ट उत्पादा को प्रस्तुत कर रहे हैं। इस प्रदर्शनी में खादी की 46 और पीएमईजीपी की 54 इकाइयां अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रही हैं। 10 फरवरी तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, नई दिल्ली, नागपुर और पुणे सहित विभिन्न राज्यों से करीब 100 स्टॉल लगाए गये हैं। यहां मिलने वाले सभी उत्पाद स्वदेशी और पर्यावरण के अनुकूल हैं।
हरियाणा में खादी की 139 संस्थाएं हैं, जिसके माध्यम से 59,965 कारीगरों को रोजगार मिल रहा है। हरियाणा की खादी संस्थानों ने 2023-24 में 267.26 करोड़ रुपये का उत्पादन और 442 करोड़ रुपये की विक्री की है। खादी के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए केवीआईसी ने 24 करोड़ रुपये का एमएमडी और 1.56 करोड़ के आईएसईसी का खादी संस्थाओं को दिया है।
पिछले 10 वर्षों में खादी ग्रामोद्योग के उत्पादों की बिक्री 31 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 1 लाख 55000 करोड़ यानी पांच गुना हुई है। खादी कपड़ों की बिक्री 1081 करोड़ रुपये से 6496 करोड़ रुपये तक पहन गई है। यानी करीब 6 गुना तक इसमें बढ़ोतरी हुई है। रोजगार के विषय में उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्षों में 1.3 करोड़ से बढ़कर रोजगार 1.87 करोड़ पहुंच गया है। नया रोजगार 5.62 लाख से बढ़कर 10.17 लाख हो गया है।
खादी के क्षेत्र में करीब 3 हजार संस्थाएं काम कर रही हैं। जिनके माध्यम से करीब 5 लाख कारीगरों को रोजगार मिल रहा है। खास बात ये है कि जिसमें 80 प्रतिशत से ज्यादा मेरी माताएं और बहन है। पिछले 10 वर्षों में खादी कारीगरों (कत्तिनों और बुनकरा) की आय 4 रुपए प्रति लच्छा से बढ़ाकर रू. 12.50 रूपए प्रति लच्छा की गई है। ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत पिछले 10 वर्षों में 2 लाख से ज्यादा हनी बी-बॉक्स और बी-कॉलोनी स्थापित किए गए हैं। 30,000 हजार से अधिक विद्युत चालित चाक और 15,000 से अधिक टूलकिट का वितरण खादी विभाग ने किया है।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम स्कीम जब से शुरू हुई है तब से साल 2023-24 तक 9 लाख 58 हजार से ज्यादा नयी परियोजनाओं की स्थापना हई है। 67000 करोड़ रुपये के सापेक्ष 24000 करोड़ रुपये से अधिक की मार्जिन मनी सब्सिडी वितरण का काम खादी विभाग ने किया है। पिछले वित्तीय वर्ष में 9 लाख 50,000 से ज़्यादा नये लोगों को रोजगार मिला है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) ने हरियाणा में एक नई क्रांति ला दी है। इस योजना के अंतर्गत राज्य में अब तक 21,225 उद्यम स्थापित किए जा चुके हैं, जिनमें ₹610.87 करोड़ का मार्जिन मनी वितरित किया गया है और 1,65,655 लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला है।
खादी बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि खादी 100% प्राकृतिक और पर्यावरण अनुकूल है। इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित उत्पाद इस बात का प्रमाण हैं कि हमारे कारीगरों की प्रतिभा अद्वितीय है और उनके उत्पादों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में निरंतर आगे बढ़ते रहेंगे।