Chandigarh News: जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड (जेएसएल) के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम घोषित किए। वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनी की एकल शुद्ध आय 10,066 करोड़ रुपये दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 10.8ः अधिक है। एकल एबिट्डा 1,003 करोड़ रुपये जबकि कर पश्चात एकल लाभ (पीएटी) 619 करोड़ रुपये रहा। तिमाही में शुद्ध ऋण (इंटर कॉर्पाेरेट जमा को छोड़कर) 3,344 करोड़ रुपये दर्ज किया गया और इक्विटी की तुलना में शुद्ध ऋण अनुपात 0.2 पर बरकरार रहा। तिमाही में शुद्ध ऋण/एबिट्डा ्0.9 रहा। इस बीच, समेकित शुद्ध आय 9,907 करोड़ रुपये दर्ज की गई। समेकित एबिट्डा और पीएटी क्रमशः 1,208 करोड़ रुपये और 654 करोड़ रुपये रहे।

निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 50 प्रतिशत की दर से अंतरिम लाभांश यानी 1 रुपये प्रति इक्विटी शेयर (प्रत्येक 2 रुपये का अंकित मूल्य) के भुगतान को भी मंजूरी दे दी। भुगतान के उद्देश्य से, सदस्यों की पात्रता निर्धारित करने की रिकॉर्ड तिथि 08 फरवरी, 2025 निर्धारित की गई है। लाभांश का भुगतान 27 फरवरी, 2025 को या उससे पहले किया जाएगा।

घरेलू बाजार में सब्सिडी वाली सामग्री के आयात से लगातार दबाव पड़ने और निर्यात बाजार में सुस्ती के बावजूद वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कंपनी की बिक्री की मात्रा बढ़कर 5,87,658 टन हो गई, जो वित्तीय वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 5,12,015 टन रही थी। बिक्री की मात्रा में पिछले वर्ष की तुलना में 15ः वृद्धि हुई है। उल्लेखनीय है कि घरेलू बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 20ः बढ़ी। वित्तीय वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में यह 4,48,361 टन रही थी और  वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 5,37,747 टन हो गई।

जबकि इसी अवधि में निर्यात में 22ः गिरावट आई। कंपनी ने अपने व्यापक आपूर्ति नेटवर्क, तकनीकी कौशल, प्रभावशाली उत्पादों और ग्राहकों से स्थापित संबंधों के आधार पर इस बार भी घरेलू बाजार में बढ़त बरकरार रखी। कंपनी ने औद्योगिक बुनियादी ढांचे के साथ-साथ वास्तुकला, भवन और निर्माण क्षेत्रों में भी बढ़त हासिल की।

मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) के लिए आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति से घरेलू इलेक्ट्रिक उपकरणों (व्हाइट गुड्स) के क्षेत्र में कंपनी की बिक्री बढ़ी, साथ ही विशेष फिनिश बाजार में मूल्यवर्धित उत्पादों के मामले में भी ऐसा ही देखने को मिला। वैश्विक बाजारों में स्टेनलेस स्टील की कीमतों में लगातार गिरावट और सस्ती स्टेनलेस स्टील के निरंतर आयात ने घरेलू व निर्यात दोनों बाजारों में मार्जिन को प्रभावित किया, जिससे तिमाही के दौरान लाभप्रदता प्रभावित हुई।

कंपनी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक, श्री अभ्युदय जिंदल ने कहा कि हाल के दिनों में अधिशेष क्षमता वाले देशों की ओर से सब्सिडी वाले निम्न गुणवत्ता के उत्पादों के आयात के कारण भारतीय इस्पात और स्टेनलेस स्टील उद्योग में प्रतिकूल प्रभाव देखे गए हैं।

चूंकि भारत अब भी विश्व स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था वाला देश है, इसलिए भारत में घरेलू उद्योग में अधिशेष उत्पादों के आयात पर रोक लगाने और गुणवत्ता मानदंडों की अनदेखी को रोकने के लिए मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वाले देशों की मदद से तत्काल सरकारी प्रयास किये जाने की आवश्यकता है।

चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में हमारा प्रदर्शन, बढ़ते आयात के बावजूद हमारी समग्र प्रतिस्पर्धात्मकता और सभी क्षेत्रों में घरेलू मांग को पूरा करने में हमारी क्षमता का प्रमाण है। साहसिक बुनियादी ढांचा योजनाओं द्वारा समर्थित एक अनुकूल आर्थिक व्यवस्था, ‘प्रोसेस एंड ग्रीनिंग इंडस्ट्रीज’ में स्टेनलेस स्टील का त्वरित उपयोग, और सार्वजनिक खरीद में सामग्री के चयन के समय रखरखाव खर्च को अनिवार्य मानदंड के रूप में शामिल करने की बढ़ती आवश्यकता- ये सभी कारक स्टेनलेस स्टील की निरंतर मांग के लिए शुभ संकेत देते हैं।