Chandigarh News: जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) नेपंजाब जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधन संरक्षण परियोजना के लिए11,480 मिलियन जापानी येन (लगभग 669 करोड़ रुपये) के ऋणसमझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस परियोजना का उद्देश्य पंजाब राज्य मेंपारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं को बेहतर बनाना और जलवायु परिवर्तन कीचुनौतियों का समाधान करना है। पंजाब, जिसे ‘भारत का अन्न भंडार’ कहा जाता है, वनों की कटाई, भूजलकी कमी और जैव विविधता के नुकसान जैसी गंभीर पर्यावरणीयचुनौतियों का सामना कर रहा है। शहरीकरण और जलवायु परिवर्तन से ओडीए ऋण समझौते पर वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग कीअतिरिक्त सचिव, सुश्री मनीषा सिन्हा और जेआईसीए इंडिया के प्रमुखप्रतिनिधि, श्री ताकेउची ताकुरो ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर जेआईसीए इंडिया ऑफिस के प्रमुख प्रतिनिधि, श्री ताकेउचीताकुरो ने कहा, “”पंजाब का पारिस्थितिकी तंत्र वनों की कटाई, तीव्र यह समस्या और बढ़ गई है। पंजाब में इस समय केवल 6.12% क्षेत्र मेंवन और पेड़ हैं, जिसे 2030 तक बढ़ाकर 7.5% करने का लक्ष्य है। इसकेअलावा, झीलों और वन्यजीव क्षेत्रों की स्थिति बिगड़ रही है, जिससे जैवविविधता को नुकसान हो रहा है।। स्थानीय समुदायों के पास वैकल्पिकरोजगार के अवसर न होने से यह समस्या और गंभीर हो जाती है