Chandigarh News: नगर परिषद द्वारा जमीन का कब्जा करने के लिए धक्का किया,तो लगा देंगे पक्का धरना और करेंगे भूख हड़ताल:रणजीत सिंह

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Chandigarh News, जीरकपुर : ओल्ड कालका रोड पर स्थित गाजीपुर जट्टां गांव के लोगों द्वारा एक मीटिंग कर चेतावनी दी के यदि 27 नवंबर को नगर परिषद द्वारा कब्जा करने के लिए धक्का किया गया तो वह यहां पक्का धरना लगा देंगे और भूख हड़ताल शुरू कर देंगे। जिसमें भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने उनका साथ देने का वादा किया है। गाजीपुर गांव निवासी रणजीत सिंह, कर्मजीत सिंह, सुखविंदर सिंह, प्रकाश सिंह, बहादुर सिंह, नरिंदर सिंह, प्रदीप कुमार, धरमिंदर सिंह, जोगिंदर सिंह फौजी ने बताया कि मुराबेबंदी के समय गांव द्वारा साढ़े तीन एकड़ जमीन गांव निवासियों के साझे कार्य के लिए इस्तेमाल करने के लिए रखी गई थी। जो सरकारी रिकार्ड में दर्ज भी। उन्होंने बताया इसमें से दो किले जमीन पर भू माफिया द्वारा कब्जा करके दुकाने व शैड बनाकर किराए पर दे रखे हैं। जिसकी हमने नगर परिषद को शिकायत भी कि थी लेकिन उन्होंने इस कब्जे को छुड़ाने कि बजाए अब श्मशान घाट की जमीन जो 2 बीघे 10 बिसवे है पर जबरदस्ती कब्जा करने की कोशिश की जा रही है।

 

उन्होंने यह भी आरोप लगाए के दो एकड़ पर जो कब्जा हुआ है वह नगर परिषद की मिलीभगत से हुआ है क्योंकि अधिकारियों कि मिलीभगत के बिना कोई भी व्यक्ति सरकारी जमीन पर कब्जा कैसे कर सकता है। वहीं उन्होंने उस समय के पटवारी पर भी आरोप लगाया के उन्होंने सरकारी जमीन जो सांझे कामों के लिए थी उसकी गिरदावरी बदल कर कई लोगों के नाम पर चढ़ा दी और रिकार्ड में हेरफेर कर जमीन पर लोगों का कब्जा करवा दिया। जिसकी जांच होनी चाहिए। लोगों ने कहा कि यदि नगर परिषद यहीं पंचायती जमीन लेना चाहती है तो इन दो एकड़ को खाली करवा कर वहां पर डंपिंग ग्राउंड बना दे। हमें कोई परेशानी नहीं है। जबकि इस जगह को खाली करवाने के लिए हमने शिकायत भी दी हुई है और अदालत में केस भी डाला हुआ है।

लोगों ने कहा नगर परिषद में होने के बावजूद नहीं है उनके पास कोई सुविधा :

रोष जाहिर करते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि हमारा गांव जब से नगर परिषद के अधीन आया है, हमें कोई सुविधा नही दी गई है। नगर परिषद द्वारा आज तक उन्हें पीने के लिए पानी तक नही दिया है वह अलग से अपना बोर करवाकर पानी पी रहे हैं। नगर परिषद द्वारा कम्युनिटी सेंटर, पार्क आदि की कोई सुविधा आज तक नही दी गई है जबकि हम कई बार इसकी गुहार लगा चुके हैं। जबकि हमारे गांव की महंगी व सारी पंचायती जमीन उनके पास चली गई है। जिसमें से यह तीन किले बचे थे उसमें से भी दो एकड़ पर लोगों का कब्जा है और अब बच्ची हुई जमीन पर भी कब्जा करना चाहते हैं। जिसे वह हरगिस नही होने देंगे। लोगों ने कहा की वह आने वाली 27 नवंबर को यहां पक्का धरना लगाएंगे जिसमें भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर का समर्थन उनके साथ है और यदि जरूरत पड़ी तो वह भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। किसी भी कीमत पर यहां कब्जा नही होने देंगे।