Chandigarh News: चंडीगढ़ सेक्टर 17 में मल्टी स्टोरी बिल्डिंग गिरने के बाद शहर के लोगों में दहशत का माहौल है ।दरअसल चंडीगढ़ में कई बिल्डिंगों की मरम्मत नहीं की जा रही है वह काफ़ी पुरानी हो चुकी है ।ऐसी बिल्डिंगें अब जर्जर हालत में पहुँच गई है जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है ।यहाँ भी यही देखा गया है कि यह बिल्डिंग भी काफ़ी पुराणी थी और इसकी मरम्मत नहीं की गई थी।
चंडीगढ़ के सेक्टर 17 में सोमवार सुबह 7 बजे मल्टीस्टोरी बिल्डिंग गिर गई। यह बिल्डिंग काफी समय से खाली थी। इस वजह से हादसे में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। इसके पास ही डिप्टी कमिश्नर ऑफिस और नामी शोरूम स्थित है। जानकारी के मुताबिक यह बिल्डिंग करीब 1970 में बनी थी।
यह बिल्डिंग शहर की प्राइम लोकेशन पर स्थित है। लोगों के मुताबिक ये बिल्डिंग 5 मंजिला थी। उन्होंने बताया कि जब यह बिल्डिंग गिरी तो ऐसा लगा जैसे कोई कोई ब्लास्ट हुआ हो। कुछ समय के लिए दहशत फैल गई।
इस बिल्डिंग में पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री का होटल चलता था। यहां कंस्ट्रक्शन के दौरान दरारें आने पर बिल्डिंग सील की गई थी, जिसके बाद ठेकेदार फरार हो गया था।
प्रशासन ने सील करवा दी थी बिल्डिंग
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया बिल्डिंग में करीब 2 महीने से कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। इससे इमारत में दरारें आ गई थीं। जैसे ही मामला प्रशासन के ध्यान में आया था तो उसके बाद 27 दिसंबर को बिल्डिंग को सील कर दिया गया था।
सीलिंग के बाद ठेकेदार फरार हो गया था
आसपास रहने वालों के मुताबिक सीलिंग की कार्रवाई के बाद बिल्डिंग पर काम करने वाला ठेकेदार फरार हो गया था। साथ वाली इमारत के मालिकों ने बताया कि रेनोवेशन के समय उचित कदम नहीं उठाए गए। इस वजह से उनकी इमारतों को भी नुकसान हुआ है।
इस बिल्डिंग में पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री का होटल चलता था
पास की बिल्डिंग के मालिक कंवलजीत सिंह सिद्धू ने बताया कि पहले इस बिल्डिंग में पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन का महफिल होटल चलता था। इसके बाद बिल्डिंग को मालाबार ज्वैलर ने किराए पर लिया था। वह यहां बेसमेंट में रेनोवेशन का काम करवा रहे थी। इस दौरान बिल्डिंग के पिलरों में दरारें आई थीं। इस बिल्डिंग के गिरने के बाद उन्होंने भी कंस्ट्रक्शन इंजीनियर बुलाए हैं, ताकि अपनी बिल्डिंग का असेसमेंट कराया जा सके।
पुलिस बोली- जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करेंगे
मौके पर पहुंचे सेक्टर-17 थाना के एसएचओ रोहित ने बताया कि आज सुबह 100 नंबर पर कॉल आया था। जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे। बिल्डिंग अनसेफ घोषित कर दी थी। अभी तक ठेकेदार या किसी अन्य पर कोई कार्रवाई नहीं की है। फिलहाल जांच जारी है। जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
सेक्टर 1 से लेकर 30 तक कई हैरिटेज बिल्डिंग
आजादी के बाद चंडीगढ़ ही पहली प्लांड सिटी बसाई गई थी। 2 अप्रैल 1952 को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने आधारशिला रखी थी। यहां सेक्टर 1 से लेकर 30 तक कई हैरिटेज बिल्डिंग हैं। इस इलाके में इमारतों के निर्माण या रेनोवेशन को लेकर प्रशासन भी सख्त रहता है।
मोहाली में भी गिरी थी बिल्डिंग, 2 की हुई थी मौत
इससे पहले मोहाली में 21 दिसंबर को मल्टीस्टोरी बिल्डिंग गिरी थी। यह इमारत बगल में बेसमेंट की खुदाई की वजह से गिरी थी। इसमें हिमाचल की एक युवती और अंबाला के युवक की मौत हो गई थी। इस मामले में बिल्डिंग के मालिक और ठेकेदार को गिरफ्तार किया गया था।