(Chandigarh News) चंडीगढ़। सैक्टर-37 स्थित लॉ भवन आज एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक आयोजन का गवाह बना, जब भगवान वाल्मीकि सोभायात्रा कमेटी चंडीगढ़ द्वारा भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती को भव्यता और गरिमा के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में शहर व आसपास के क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में समाजसेवी, धर्मगुरु, बुद्धिजीवी वर्ग और आम नागरिकों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
इस अवसर पर मंच से डॉ. अंबेडकर के विचारों उनके संघर्ष और उनके द्वारा बनाए गए संविधान की महत्ता को विस्तार से रेखांकित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज में समानता, शिक्षा और सामाजिक न्याय के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना था।
शिक्षा और खेल क्षेत्र के होनहार बच्चों को किया गया सम्मानित
समारोह की एक विशेष बात यह रही कि शिक्षा और खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को ट्रॉफी और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समाज सेवा, सांस्कृतिक गतिविधियों और नेतृत्व क्षमता दिखाने वाले युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों को भी मंच से सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया गया। यह पहल समाज के प्रति जागरूकता बढ़ाने और युवाओं को प्रेरित करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
प्रेरणास्पद वक्तव्य: “वाल्मीकि हमारी आस्था, अंबेडकर हमारा रास्ता”
कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे कमेटी के चेयरमैन समदर्श वेद (जोसफ) और ओमपाल चावर सिंह ने कहा, “वाल्मीकि जी हमारे समाज की आस्था के केंद्र हैं और डॉ. अंबेडकर हमारे मार्गदर्शक। उन्होंने शिक्षा को हथियार बनाकर पीढ़ियों को जगाया और हमें एक ऐसा संविधान दिया जिसमें सबको बराबरी का हक मिला। आज का आयोजन उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की हमारी कोशिश है।”
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाया आयोजन का गौरव
इस गरिमामयी समारोह में प्रमुख अतिथियों के रूप में संजय टंडन, विक्रांत खंडेलवाल, कुलदीप अग्निहोत्री, देवेंद्र सिंह, मनीष बंसल, ओ.पी. ड्रेविड, जय नारायण, यशवीर बेदी, और विभिन्न धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सभी ने अपने वक्तव्यों में डॉ. अंबेडकर के योगदान को नमन किया और समाज के समग्र विकास में उनके विचारों को क्रियान्वित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
आयोजन में समर्पित टीम की रही अहम भूमिका
कार्यक्रम को सफल बनाने में कमेटी के पदाधिकारियों समदर्श वेद जोसफ, पवन अटवाल और काली आदिवाल की अगुवाईमें कार्यक्रम का आयोजन किया गया| भूमिका रही।वहीं सहयोगकर्ताओं में विशाल (कालू), शिवा चौहान, पंकज मास्टर, विशाल बिल्ला, रवि आदिवाल, लव कुमार, दिवेश, सुभाष तमोली, रविता खेरवाल, सुनील पहलवान, मुकेश बॉक्सर, आनंद बॉक्सर, रजत बॉक्सर, उदेश पोहाल, सोनिया चड्डा, ज्योति हंस, बबिता (डड्डूमाजरा), सोनिया दुग्गल, मीणा चड्डा, सुरजीत खेड़ा समेत अन्य सैकड़ों लोगों ने अपनी जिम्मेदारियां पूरी निष्ठा से निभाई।
सामाजिक एकता और प्रेरणा का संदेश
यह आयोजन न केवल अंबेडकर जी की विरासत को सहेजने की पहल है, बल्कि यह समाज को एक नई दिशा देने की कोशिश भी है। यह कार्यक्रम इस बात का प्रतीक बना कि जब समाज संगठित होता है और विचारों से प्रेरित होकर एक मंच पर आता है, तो बदलाव निश्चित होता है।