चंडीगढ़: पंजाब के किसान नेताओं ने किसानों की मांगों को पूरा न किए जाने का हवाला देते हुए 6 दिसंबर से दिल्ली मार्च का आह्वान किया है और इस मुद्दे को लेकर हरियाणा सरकार और किसान नेताओं और किसानों के बीच टकराव चल रहा है। बुधवार को जब हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज से सवाल पूछा गया कि 10 महीने से धरने पर बैठे किसान पैदल ही दिल्ली मार्च करेंगे और भारत के उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने भी भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि इस मुद्दे को सुलझाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। किसान 10 महीने से हरियाणा नहीं बल्कि पंजाब की धरती पर बैठे हैं और इसके बावजूद न तो पंजाब के मुख्यमंत्री और न ही किसी मंत्री ने धरने पर बैठे किसानों से बातचीत की। गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को मुंबई में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (केंद्रीय कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्थान) के शताब्दी समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करते हुए सरकार की कृषि नीति पर उंगली उठाते हुए कहा कि कृषि मंत्री जी वाकई आपके लिए हर पल महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया मुझे बताएं कि किसान से क्या वादा किया गया था? वादा पूरा क्यों नहीं किया गया? वादा पूरा करने के लिए हमें क्या करना चाहिए? पिछले साल भी विरोध प्रदर्शन हुए थे, इस साल भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। समय का पहिया घूम रहा है लेकिन हम कुछ नहीं करते।