Chandigarh News: चंडीगढ़ सुशासन सप्ताह 19 से 24 तक मनाया जा रहा है और इस के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी अभियान ‘सुशासन गांव की ओर’ के तहत, चंडीगढ़ प्रशासन ने यूटी चंडीगढ़ गेस्ट हाउस में के.के. खंडेलवाल, आईएएस (सेवानिवृत्त) वर्तमान में स्काउट और गाइड के लिए राष्ट्रीय आयुक्त द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया के.के. खंडेलवाल इससे पहले 23.10.1995 से 17.07.1998 तक यूटी चंडीगढ़ में उपायुक्त के रूप में कार्य कर चुके हैं।
सेमिनार का उद्घाटन करते हुए उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव ने कहा कि सुशासन सप्ताह सरकारी सेवाओं को नागरिकों के दरवाजे तक लाने, सक्रिय शिकायत निवारण प्रणाली और विभागों की अच्छी प्रथाओं को उजागर करने पर केंद्रित है। इस अभियान का उद्देश्य सरकारी सेवाओं की पहुंच बढ़ाना, पारदर्शिता को बढ़ावा देना और जमीनी स्तर पर नागरिक केंद्रित शासन को मजबूत करना है चंडीगढ़ प्रशासन के तीन विभागों, अर्थात् सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, समाज कल्याण विभाग और नगर निगम स्मार्ट सिटी ने अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं और जनता के लिए उनकी उपयोगिता पर प्रस्तुति दी।
I.T. विभाग ने जीआईएस-लिडार मैपिंग, सेवा पोर्टल, भूमि रिकॉर्ड डिजिटलीकरण, ई-अस्पतालों और ई-आवास परियोजनाओं के बारे में प्रकाश डाला। समाज कल्याण विभाग ने आईसीडीएस, मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0, शहर में कुपोषण और एनीमिया को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों पर प्रकाश डाला। स्मार्ट सिटी प्रस्तुति में पीडब्ल्यूसी द्वारा ‘यूपीवाईओजी’ समाधान और ‘ओबीपीएएस’ कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला गया।
मुख्य अतिथि के.के. खंडेलवाल ने अपने संबोधन के दौरान सुशासन के 8 सिद्धांतों और प्रशासन में सुशासन को मापने और निगरानी करने के मापदंडों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को बेहतर परिणाम देने के लिए एक टीम के रूप में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारियों द्वारा नवीन सोच के महत्व पर ध्यान केंद्रित किया जिसके परिणामस्वरूप संसाधनों का तर्कसंगत उपयोग हो सकता है।
कार्यक्रम के दौरान निशांत कुमार यादव, उपायुक्त, चंडीगढ़, अमनदीप सिंह भट्टी, अतिरिक्त उपायुक्त, सुमित सिहाग, निदेशक, आई.टी., राजीव तिवारी, निदेशक जनसंपर्क और चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।