Chandigarh News: एसडी कॉलेज के जेंडर चैंपियंस क्लब ने जेंडर सेंसिटाइजेशन वर्कशॉप का किया आयोजन

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Chandigarh News: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की पहल के तहत सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के जेंडर चैंपियंस क्लब (जीसीसी) की ओर से जेंडर सेंसिटाइजेशन वर्कशॉप का आयोजन किया गया। बाल यौन शोषण रोकथाम और बाल अधिकार वकालत में अग्रणी सगठन बचपन सेव द इनोसेंस के संस्थापक राहुल सिंगला ने सत्र का नेतृत्व किया। जेंडर चैंपियंस को संबोधित करते हुए प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने शैक्षणिक संस्थानों और समाज में जेंडर सेंसिटाइजेशन के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि परिवर्तन पीढ़ियों के दौरान होता है और शिक्षा जेंडर से संबंधित धारणा को बदलने के साथ-साथ व्यक्तियों को अधिक न्यायसंगत समाज के निर्माण के लिए प्रथाओं को अपनाने हेतु सशक्त बनाने में प्रमुख भूमिका निभाती है। सिंगला ने प्रतिभागियों को लिंग पहचान, लिंग अभिव्यक्ति, कामुकता और समावेशिता जैसी अवधारणाओं की गहन समझ प्रदान की।
बाल यौन शोषण के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हमें इस मिथक को खत्म करने की जरूरत है कि ज्यादातर लड़कियां यौन शोषण का शिकार होती हैं। इस संख्या में लगभग बराबर संख्या में लड़के और इंटरसेक्स नाबालिग शामिल हैं। जो लोग यौन दुर्व्यवहार का शिकार होते हैं, वे आगे चलकर दूसरों के साथ भी यौन दुर्व्यवहार करने की ओर प्रवृत्त होते हैं तथा उनमें गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती हैं।
उन्होंने छात्र-छात्राओं को उन कानूनी प्रावधानों के बारे में भी जानकारी दी जो सभी जेंडर्स को सुरक्षा और सशक्त बनाते हैं। सिंगला के सत्र ने खुले संवाद और आलोचनात्मक सोच को प्रोत्साहित किया, प्रतिभागियों को प्रश्न पूछने और वर्कशॉप में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए सशक्त बनाया। समाधानों का उल्लेख करते हुए उन्होंने सुझाव दिया कि स्कूलों को बाल संरक्षण समितियां गठित करनी चाहिए जो पर्याप्त रूप से सुसज्जित और सशक्त हों।
वर्कशॉप का समापन डॉ. रिंकू कालिया के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने अपनी विशेषज्ञता साझा करने के लिए राहुल सिंगला का आभार व्यक्त किया और छात्रों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की। इस अवसर पर क्लब के फैकल्टी मेंबर्स वरिंदर कुमार, लेफ्टिनेंट रितिका सिन्हा, डॉ. दिव्य ज्योति रणदेव, डॉ. श्रुति शर्मा और डॉ. गुरजीत कौर उपस्थित थे।