(Chandigarh News) चंडीगढ़। चंडीगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (सीपीडीएल) की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। 4 मार्च से 10 मार्च तक चलने वाले सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन मंगलवार को सीपीडीएल के सभी डिवीजनल दफ्तरों में कर्मचारियों को सुरक्षा की शपथ दिलाई गई। अधिकारियों की मौजूदगी में सभी कर्मचारियों ने कार्यस्थस पर ड्यूटी के दौरान सदैव सुरक्षा को प्राथमिकता देने और सावधानी बरतने का संकल्प लिया।
इस मौके पर सीपीडीएल के ग्राउंड मेंटेनेंस कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि वो कार्यस्थल पर ड्यूटी के दौरान हमेशा सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करेंगे और अपने सहयोगियों के बीच सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाएंगे। राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के पहले दिन कर्मचारियों को सुरक्षा की शपथ दिलाने के साथ-साथ सीपीडीएल के सभी दफ्तरों में झंडा फहराकर सुरक्षा जागरूकता फैलाने का संदेश दिया गया।
लाइनमैन और ग्राउंड मेंटेनेंस स्टॉप को समुचित पीपीई किट बांटे जाएंगे
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के दौरान कार्यस्थल सुरक्षा और इसे लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए सीपीडीएल की ओर से राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। सीपीडीएल की ओर से कर्मचारियों को सुरक्षा से जुड़े सभी प्रोटोकॉल और निवारक उपायों को रेखांकित करने वाली सुरक्षा पुस्तिका बांटी जाएगी। इसके साथ ही आपातकालीन परस्थितियों से निपटने की तैयारियों को लेकर सभी शिकायत केंद्रों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। लाइनमैन और ग्राउंड मेंटेनेंस स्टॉप को समुचित पीपीई किट बांटे जाएंगे।
इन कार्यक्रमओं के अलावा सीपीडीएल की ओर से पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा जिसमें कर्मचारियों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी भाग ले सकेंगे। इन प्रतियोगिताओं के जरिए सुरक्षा जागरुकता फैलाने पर बल दिया जाएगा। इसके अलावा कंपनी की ओर से लोगों में सुरक्षा और उससे जुड़े उपायों को लेकर हैंडआउट भी वितरित किए जाएंगे। इस साल राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की थीम है: “सुरक्षा और कल्याण, विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण”।
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह को लेकर सीपीडीएल की ओर से की जा रही पहल पर कंपनी के प्रवक्ता का कहना है, “सीपीडीएल में सुरक्षा हमारी सिर्फ प्राथमिकता नहीं, बल्कि हमारी मूल भावना है। राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के माध्यम से हम अपने कर्मचारियों को एक सुरक्षित कार्यस्थल प्रदान करने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उन्हें जहां जागरूक कर रहे हैं वहीं जरूरी उपकरणों से उन्हें सशक्त भी बना रहे हैं”।