चंडीगढ़: हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली और गायक रॉकी मित्तल से जुड़े गैंगरेप मामले में नया मोड़ आ गया जब बुधवार को मामले की एक चश्मदीद ने मीडिया के सामने आकर कहा कि जैसा आरोप लगाया गया है, वैसा कुछ भी नहीं हुआ है।
मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान, चश्मदीद ने बलात्कार पीड़िता और उसके बॉस पर पैसे और राजनीतिक लाभ कमाने के इरादे से मामला दर्ज कराने की साजिश रचने का आरोप लगाया। उसने दावा किया कि वह बुधवार को कसौली के पुलिस थाने गई थी, जहां उसे बयान दर्ज कराने के लिए अगले एक-दो दिन में आने को कहा गया है।
पूरी घटना का विस्तृत ब्यौरा देते हुए, उसने कसौली के होटल में अपने साथ हुई घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उसने कहा कि वह अपनी सहेली, कथित बलात्कार पीड़िता और अपने बॉस के साथ कमरे में थी।
कौसली दौरे के दौरान, हम रॉकी मित्तल से सामान्य परिस्थितियों में मिले और कुछ मिनट बातचीत करने के बाद हम सभी चले गए।’ चश्मदीद ने बताया। हालांकि, उसने साफ तौर पर कहा कि उसने मोहन लाल बडोली को नहीं देखा था और खबर आने के बाद उसने पहली बार उनकी तस्वीरें देखीं।
उसने कहा कि वह 2023 की शुरुआत में मेरे संपर्क में आई और फिर उसने कसौली जाने की योजना बनाई। मैं, मेरी दोस्त और उसका बॉस जुलाई 2023 में आए थे। पिछले साल उसने मुझे मामले के बारे में बताया था। जैसा कि उसने मुझे बताया और गवाह बनने के लिए कहा, मैंने साफ तौर पर मना कर दिया। बयान दर्ज करने के लिए पुलिस ने मुझसे संपर्क किया था, लेकिन मैं इसे छुपा रही थी।।
जब मैंने गैंगरेप की खबर सुनी, तब मुझे स्थिति की गंभीरता का पता चला। मैंने अपने पिता और परिवार से बात की; उन्होंने मुझे सच बोलने के लिए प्रोत्साहित किया। कथित तौर पर ऐसी कोई घटना नहीं हुई और होटल में किसी ने मुझे या उसे चोट भी नहीं पहुंचाई,” उसने कहा। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने पिछले महीने आईपीसी की धारा 367डी और 506 के तहत मामला दर्ज किया था, लेकिन मंगलवार को मामला सार्वजनिक हुआ। बडोली और मित्तल दोनों ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है और इसे राजनीतिक साजिश बताया है। इसी कड़ी में यह बता दें कि कई भाजपा नेता खुलकर बडोली के समर्थन में आ गए और कहा कि पूरा मामला राजनीतिक साजिश है।