(Chandigarh News) चंडीगढ़। नगर निगम की वितीय हालत इतनी ख़राब हो चुकी है कि अब निगम के पास प्रतिदिन के काम आने वाले कंप्यूटर के साथ लगे हुए प्रिंटर को भी रिफिल करवाने के लिए लाले पड़ रहे हैं। जिसका खामियाजा निगम के कर्मचारियों को उठाना पड़ रहा है। अधिकारियों से गुहार लगाने पर यही जवाब मिलता है कहीं से भी करवा लो, लेकिन उन्हें प्रिंट चाहिए। मजबूरी में कर्मचारी अपनी जेब से रिफिल करवा कर जैसे तैसे काम चला रहे हैं। यही हाल स्टेशनरी का भी है। न तो काम कर रहे कर्मचारियों को कागज मिलते हैं, जो भी उनका इधर उधर से मांग कर या अपनी जेब हल्की करके काम चलाना पड़ रहा है।
उस पर तुर्रा यह भी है कि निगम के कर्मचारी वेतन का इंतजार करते रहते हैं, लेकिन वो भी टांय टांय फिस वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। सेक्टर 17 निगम कार्यालय में नाम न छापने की शर्त पर कई कर्मचारियों ने ये दुखड़ा रोया है, कि इन आवश्यक कामों के लिए निगम के पास धन की कमी है, जबकि अधिकारियों के चाय नाश्ते के पैसे उनको बराबर बिना किसी व्यवधान के मिलते जा रहे हैं। अब देखने वाली बात है कि क्या निगम अपने इन छोटे स्तर के कर्मचारियों के साथ न्याय कर पाता है या नहीं, ये विचारणीय है