Chandigarh News: सिंचाई विभाग के पूर्व अधीक्षण अभियंता डॉ. शिव सिंह रावत ने कल चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर डॉ रावत ने मुख्यमंत्री को उनके कुशल एवं प्रभावशाली नेतृत्व में हरियाणा में तीसरी बार सरकार के गठन और उनके दोबारा मुख्य मंत्री बनने पर बधाई दी।
राज्य के गंभीर जल संकट और उसके समाधान पर उनसे विस्तृत चर्चा हुई। डॉ. रावत ने सुझाव दिया कि राज्य को यमुना नदी के अत्यधिक प्रदूषित जल को साफ करने के लिए इजरायल तथा सिंगापुर जैसे देशों द्वारा इस्तेमाल की जा रही तकनीकों पर काम करने की ज़रूरत है। उन्होंने मानसून के दौरान यमुना के अतिरिक्त बाढ़ के पानी का संरक्षण, भंडारण तथा भूजल रिचार्ज योजनाओं को साझा किया।
डॉ. शिव सिंह रावत ने परंपरागत वर्षा जल संचयन रणनीति से हटकर, हर ज़िले के सबसे गंभीर ब्लाक के सभी गाँवों के समूह को शामिल करते हुए एकीकृत दृष्टिकोण अपनाने की सिफ़ारिश की। जिसमें उस ब्लाक के प्रत्येक तालाबों, कुओं, ट्यूबवेलों तथा अन्य सभी जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार किया जाए।जिससे जल संरक्षण, भंडारण एवं भूजल रिचार्ज बढ़ाने में मदद मिलेगी। डॉ रावत ने कहा कि यह अद्वितीय मॉडल भविष्य में जल संकट के समाधान के लिए पूरे भारत वर्ष के लिए आदर्श बन सकता है।
मुख्यमंत्री हरियाणा सैनी ने इन सुझावों के महत्व को समझते हुए डॉ शिवसिंह रावत से विस्तृत संकल्पना नोट शीघ्र प्रस्तुत करने का आग्रह किया ताकि इन सुझावों पर त्वरित कार्रवाई शुरू की जी सके।
डॉ रावत ने बताया कि यह बैठक हरियाणा के जल संकट का स्थायी और दूरदर्शी समाधानों के प्रति लोकप्रिय मुख्यमंत्री एवं सरकार की प्रतिबद्धता एवं प्राथमिकता को दर्शाती है।