Chandigarh News: अमेरिका की नेशनल रिसर्च अकेडमीज के ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च बोर्ड का वार्षिक सम्मेलन दुनियाभर से 12,000 से अधिक विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं को एक मंच पर लाता है, जो कि परिवहन के भविष्य को आकार देने वाले नए विचारों और प्रयासों पर चर्चा करते हैं। इस सम्मेलन में डॉ. सीमा के शोधपत्र को टीआरबी की ‘वीमेन एंड जेंडर इन ट्रांसपोर्टेशन कमेटी’ द्वारा सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार वॉशिंगटन डीसी में आयोजित सम्मेलन में प्रदान किया गया।

डॉ सीमा का शोध पत्र “फ्रॉम ‘वट इस जेंडर’ टू ‘नोट माई जॉब’ : इंस्टीट्यूशनल बैरियर्स एंड ए फ्रेमवर्क टू मेनस्ट्रीम जेंडर इन ट्रांसपोर्टेशन प्लानिंग” डॉक्टोरल रिसर्च प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इस शोध में उन्होंने पंचकूला नगर निगम के साथ मिलकर कार्य किया। अध्ययन में उन्होंने महिलाओं की यात्रा संबंधी आदतों का विश्लेषण किया और यह बताया कि परिवहन योजनाकार और नीति-निर्माता अक्सर महिलाओं की आवागमन की आवश्यकताओं को अनदेखा कर देते हैं।

साथ ही, यह शोधपत्र नीति निर्माण और निवेश निर्णयों में लैंगिक-संवेदनशील दृष्टिकोण को शामिल करने के लिए एक ढांचा भी प्रस्तुत करता है। यह शोध पत्र जल्द ही टीआरबी की आधिकारिक पत्रिका ‘ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च रिकॉर्ड’ में भी प्रकाशित किया जाएगा।

डॉ. सीमा सिंह ने चंडीगढ़ कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर से आर्किटेक्चर में स्नातक और सीईपीटी यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद से इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग में स्नातकोत्तर किया है। वर्ष 2022 में उन्होंने अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पीएचडी पूरी की और वर्तमान में वे अमेरिका की ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च और कंसल्टिंग फर्म कैम्ब्रिज सिस्टमेटिक्स में परिवहन विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत हैं।