Chandigarh News: राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान   में “व्यायाम से स्वस्थ जीवन” विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य रोगियों और छात्रों में फिटनेस और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना था।
यह पहल फिट इंडिया मूवमेंट के तहत की गई, जिसमें व्यायाम और संतुलित आहार को जीवनशैली संबंधी बीमारियों की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण बताया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत डीन इन-चार्ज, प्रो. सतीश गंधर्व ने सभी प्रतिभागियों के साथ किया और संस्थान द्वारा उपलब्ध विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी दी गई। उन्होंने आयुर्वेद और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के महत्व पर बल दिया।
डॉ. अनुप एम. ने हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह और थायराइड विकारों जैसी जीवनशैली संबंधी बीमारियों को रोकने में फिटनेस की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने विशेष रूप से मोटापे के बढ़ते खतरे पर चर्चा की और आगामी वर्ल्ड ओबेसिटी डे के मद्देनजर इस विषय की गंभीरता को फोकस किया। उन्होंने दैनिक दिनचर्या में नियमित व्यायाम को शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
मोटापे की समस्या के समाधान के लिए, उपस्थित लोगों को संस्थान पंचकूला में आयोजित 10-दिवसीय निःशुल्क चिकित्सा शिविर की जानकारी दी गई।
डॉ. अनुराग कुशल ने शिविर में प्रदान की जाने वाली प्रमुख सेवाओं के बारे में अवगत करवाया  जिनमें निःशुल्क मोटापा मूल्यांकन, आहार और जीवनशैली परामर्श, निःशुल्क योग सत्र और पंचकर्म चिकित्सा शामिल हैं। यह शिविर आयुर्वेद और समग्र स्वास्थ्य पद्धतियों के माध्यम से वजन प्रबंधन के संपूर्ण समाधान पर केंद्रित होगा।
कार्यक्रम के दौरान “फिटनेस का डोज, आधा घंटा रोज़” का संदेश दिया गया, जिससे लोगों को नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रेरित किया गया। यह संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2019 में शुरू किए गए फिट इंडिया मूवमेंट के उद्देश्यों के अनुरूप है, जो पूरे देश में स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।
इस जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान पंचकूला ने व्यायाम के महत्व को उजागर किया और प्रतिभागियों को फिटनेस को अपनाने के लिए प्रेरित किया।