Chandigarh News: आईलीग 2024-25 में डीएफसी ने डेक्कन एरिना में श्रीनिधि डेक्कन पर 1-0 की रोमांचक जीत के साथ इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज करा लिया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ श्रीनिधि डेक्कन पहली बार आई-लीग में डेक्कन एरिना में गोल करने में असमर्थ रहा।
ये आई-लीग अभियान में डीएफसी की पहली जीत है और यह सभी बाधाओं के बावजूद हासिल हुई। अपने शानदार घरेलू रिकॉर्ड के लिए मशहूर श्रीनिधि डेक्कन जीत के साथ तालिका में शीर्ष पर पहुंचने की कोशिश कर रहा था, लेकिन डीएफसी ने उन्हें सफल नहीं होने दिया।
श्रीनिधि डेक्कन पिछले 2 सत्रों में लगातार दूसरे स्थान पर रहने के साथ लीग में सबसे खतरनाक टीमों में से एक है। डीएफसी के योद्धाओं के लिए ये बड़ी चुनौती थी। हालांकि, डीएफसी के पास कुछ और योजना थी। शुरुआती सीटी से दृढ़ निश्चय के साथ वॉरियर्स ने अपने गेम प्लान को पूरी तरह से लागू किया। कोचिंग यूनिट की रणनीति की बदौलत डीएफसी ने श्रीनिधि डेक्कन को गोलपोस्ट से दूर रखा।
इसी की बदौलत मेजबान टीम गोल नहीं कर सकी और इतिहास में पहली बार डेक्कन एरिना में उनके खाते में स्कोर का खाता नहीं खुला। मैच का टर्निंग पॉइंट डीएफसी द्वारा 2 मास्टरस्ट्रोक सबस्टीट्यूट के साथ आया। गोयारी और जैकब की शुरुआत ने खेल की गतिशीलता को बदल दिया। जैकब ने सटीक पास दिया और उसे समीर बिनोंग की ओर इसे भेजा। उन्होंने गलती नहीं की और गोल करते हुए टीम को जीत दिला दी। ये बिनोंग का लगातार दूसरा गोल था।
इसने डीएफसी के खिलाड़ियों और प्रशंसकों के बीच खुशी की लहर दौड़ा दी। डीएफसी ने अपने डिफेंस को मजबूती के साथ संभाला और मिडफील्ड ने भी इसमें अहम योगदान दिया। उन्होंने श्रीनिधि डेक्कन को आगे आने का कोई मौका नहीं दिया। कैल्विन अभिषेक ने अहम सेव किए और क्लीन शीट टीम को दिलाई। ये डीएफसी के लिए ऐतिहासिक जीत थी, क्योंकि यह पहला मौका रहा जब किसी टीम ने डेक्कन एरिना में क्लीन शीट के साथ जीत दर्ज की।
ये डीएफसी के अभियान में महत्वपूर्ण मोड़ है। वॉरियर्स ने आखिरकार अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। यह जीत टीम को तालिका में ऊपर की ओर बढ़ने के लिए मोटिवेट करेगी। टीम डीएफसी इस गति को बनाए रखने और ऊपर की ओर बढ़ने की कोशिश करेगी। श्रीनिधि डेक्कन और गोकुलम केरल बड़े बजट की टीमें हैं और वे आईएसएल में जगह बनाने के लिए टूर्नामेंट में खेल रही हैं।
डीएफसी जीत से रोमांचित है। ये जीत टीम की कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का प्रमाण है। उन्हें पता था कि यह आसान मैच नहीं था, लेकिन खिलाड़ियों ने गेम प्लान को पूरी तरह से लागू किया और डीएफसी अपने अगले मैच में इस गति को जारी रखने के लिए उत्सुक है।
ये जीत डीएफसी के अथक प्रयासों का परिणाम रही। टीम की दृढ़ता और जुझारूपन पूरी तरह से देखने को मिला और इस जीत से निस्संदेह उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
डीएफसी इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मना रही है, साथ ही उन्हें आगे आने वाली चुनौतियों का भी अहसास भी है। अगर टीम को अपनी जीत की राह पर आगे बढ़ना है तो उसे अपनी तीव्रता और फोकस बनाए रखना होगा।
डीएफसी अब दक्षिण में बेंगलुरु जाएगी, जहां उसका सामना 13 दिसंबर को दोपहर 3:30 बजे स्पोर्टिंग क्लब बेंगलुरु से होगा।