इसके उपरांत उपायुक्त श्रीमती मोनिका गुप्ता ने लघु सचिवालय के सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होने अधिकारियों को लंबित शिकायतों का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि समाधान शिविर में आने वाले लोगो की समस्याओं का समाधान तुरंत होना चाहिए।
नगराधीश विश्वनाथ ने उपायुक्त को सभी विभागों की लंबित शिकायतों के बारे में विस्तार से बताया। लंबित विभागों में ये विभाग शमिल रहे डीआरओ, एसडीएम कालका, एसडीएम पंचकूला, डीडीपीओ, एलडीएम, आरटीए पंचकूला, तहसीलदार, डीएसडब्लयूओ, एआरसी, डिवलेपमेंट एवं पंचायत, एक्सईन पंचायती राज,जिला परिषद, डीआरडीए,एलिमेंट्री एजुकेशन, फोरेस्ट, एचएसवीपी, हाउसिंग बोर्ड, यूएचबीवीएन, हेल्थ, ट्रांसपोर्ट, आरटीए, एचएसआईआईडीसी, डीईओ तथा अन्य संबंधित विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि अपने स्तर पर जो भी पैंडिंग समस्या है उसका त्वरित गति से समाधान करें। जितने भी ओवरडयू बचे हैं, उनका निपटान जल्द से जल्द किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खुद समाधान शिविरों की मॉनिटरिंग करते हैं और लोगो की समस्याओं के समाधान के प्रति बेहद गंभीर है।
श्रीमती मोनिका गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री का सपना समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को न्याय दिलाते हुए योजनाओं का लाभ दिलाना है। हम सभी अधिकारियों को इस मामले में और अधिक गंभीर होकर काम करने की अवश्यकता है।