Chandigarh News: उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि जिला में 11 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत कृमि मुक्ति (पेट के कीड़े) की दवा (एल्बेंडाजोल की गोली) खिलाई जाएगी। उन्होंने परिजनों से आग्रह किया कि जो बच्चे स्कूलों में गोली खाने से वंचित रह जाए, उसे नजदीकी सीएचसी व पीएचसी केन्द्रों से दवा जरूर खिलाएं।
उपायुक्त मोनिका गुप्ता शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में विभिन्न विभागों की जिला टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी।
उपायुक्त ने बताया कि अभियान को लेकर जिले के सभी स्कूलों (सरकारी, गैर सरकारी व निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, कॉलेज, तकनीकी संस्थान, ईंट भट्टों व स्लम एरिया में एक से 19 वर्ष के लगभग 2.04 लाख बच्चों और 20 से 24 वर्ष की महिलाओं को निशुल्क दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्हांने बताया कि जो बच्चे बीमारी हों या कोई अन्य दवा का सेवन कर रहे हों, उन्हें दवा ना दी जाए। साथ ही स्तनपान करवाने और गर्भवत्ती महिलाएं चिकित्सक की परामर्श के बाद इस गोली का सेवन करें।
बच्चे चबा कर खाएं गोली
उन्होंने बताया कि इस गोली को खाना खाने के बाद चबाकर खाया जाना है। जो बच्चे एक से दो वर्ष की आयुवर्ग के हैं, उन्हें आधी गोली पिसकर देनी है। जो बच्चे दो से तीन वर्ष की आयुवर्ग के हैं एक गोली पिसकर देनी है। तीन वर्ष से उपर की आयुवर्ग वाले बच्चों को गोली चबाकर खिलानी हैं।
उपायुक्त ने कहा कि बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सभी विभाग आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में 1 से 19 वर्षतक के सभी बच्चों को तथा 20-24 वर्ष वाली महिलाएं को भी दवा खिलाना सुनिश्चित करें। माता-पिता भी अपने बच्चों को दवा खिलाकर उनका अच्छा स्वास्थ्य एवं उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए अपना सहयोग दें।
11 को छूटे बच्चे 18 को मॉप अप राउंड में खाएं दवा
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी, निजी स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों को इसके लिए चिन्हित कर लिया है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाने के लिए 11 फरवरी को एल्बेंडाजोल कि एक गोली सभी एक वर्ष से 19 वर्ष की उम्र के बच्चों और 20 से 24 वर्ष की महिलाओं को दी जाएगी। इसके अलावा, जो बच्चे किसी कारण से 11 फरवरी को दवा खाने से छूट जाएंगे उन्हें 18 फरवरी को मॉप उप राउंड के तहत यह दवा खिलाई जाएगी।
सभी सरपंच गांवों में करवाएं मुनादी
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को इस दवा का सेवन करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि वो आंगनवाडी में जाने वाले बच्चों, स्कूलों में ना जाने वाले 19 वर्ष तक के बच्चों और 20 से 24 वर्ष की महिलाओं को दवा देने सुनिश्चित करवाएंगे। उपायुक्त ने लेबर विभाग को निर्देश दिए कि वो सभी ईंट भट्ठा के मालिकों से मीटिंग कर अपने-अपने संस्थान में इस अभियान में सहयोग करवाना तय करेंगे। इसके अलावा विकास एवं पंचायत विभाग को जिला के प्रत्येक गांव में मुनादी करवाकर इस अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए।
कृमि संक्रमण से बच्चों में होता है कुपोषण और खून की कमी
डिप्टी सिविल सर्जन डा. शिवानी सतीजा ने बताया कि कृमि संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक वर्ष फरवरी व अगस्त माह में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत अल्बेंडाजोल की गोली बच्चों को दी जाती है। उन्होने बताया कि कृमि संक्रमण से बच्चों में कुपोषण और खून की कमी होती है तथा थकावट होना, पढ़ाई में मन न लगना आदि व अधिक कृमि होने से जी मिचलाना, दस्त, पेट दर्द, कमजोरी, भूख न लगना जैसे लक्षण हो सकते है। उन्होंने अपील की कि हमेशा साफ पानी पिये, खाना ढक कर रखें, खुले में शौच ना करें और हमेशा शौचालय का प्रयोग ही करें।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, डिप्टी सिविल सर्जन डा. शिवानी, खंड शिक्षा अधिकारी रायपुर रानी सुमन चौधरी, पिंजौर सीमा रानी, एसएमओ डा. राजेश सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।