Chandigarh News | चंडीगढ़: राजस्थान के जोधपुर में सरदार वल्लभभाई पटेल की 11 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण करते हुए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देश की जनता को स्पष्ट संदेश दिया कि, ‘सरदार साहब के जीवन काल में शेष रह गए धारा 370 हटाना, यूनिफॉर्म सिविल कोड, भव्य राम मंदिर, ट्रिपल तलाक को समाप्त करना जैसे अनेक महत्त्वपूर्ण कार्यों को प्रधानमंत्री मोदी ने 10 वर्षों में पूरा करने का काम किया है।’ 1,100 किलोग्राम और 11 फीट ऊंची सरदार पटेल की ये प्रतिमा कई धातुओं से बनी है और इसे 8 फुट ऊँचे स्थान पर लगाया गया है, जिसकी सुगंध युगों-युगों तक फैलेगी।
इतिहास गवाह है कि अखंड भारत के निर्माता सरदार पटेल के साथ देश और पूर्व की सरकारों ने कभी न्याय नहीं किया। दशकों तक एक ही परिवार की भक्ति में रची-बसी कांग्रेस पार्टी ने कभी सरदार पटेल का स्मारक तक नहीं बनने दिया, लेकिन पीएम मोदी ने गुजरात के केवड़िया में दुनिया की सबसे ऊंची ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ बनाकर सरदार पटेल को सम्मानित करने का काम किया। सरदार पटेल न होते तो 556 से अधिक रियासतें एक न होती और आज भारत का नक्शा कुछ और होता। यह कौन नहीं जानता है कि गुजरात और राजस्थान की कई रियासतों को भारत के साथ जोड़ने का काम सरदार पटेल ने किया। महाराजा जोधपुर को समझाकर जोधपुर रियासत का भारत में विलय करने का काम भी सरदार पटेल ने ही किया।