चंडीगढ़ (आज समाज): चंडीगढ़ में चल रहे वकीलों के विवाद को सुलझाने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट जनरल हाउस की बैठक में एक कमेटी के गठन का निर्णय लिया गया है। यह कमेटी दोनों पक्षों से बातचीत करेगी। बातचीत के बाद अपनी रिपोर्ट जनरल हाउस के सामने रखी जाएगी। इसके बाद जनरल हाउस में प्रधान पद से इस्तीफा लिया जाए या न लिया जाए, इस पर फैसला किया जाएगा। अभी के लिए इस पर फैसला टाल दिया गया है।
प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज
चंडीगढ़ पुलिस के सेक्टर 3 पुलिस स्टेशन में सेक्टर 23 निवासी एडवोकेट रणजीत सिंह की शिकायत पर मारपीट का एक मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मुकदमे में हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रधान विकास मलिक, सचिव स्वर्ण सिंह सहित दो अन्य के खिलाफ यह मुकदमा दर्ज हुआ था।
एडवोकेट रणजीत सिंह ने इन पर दफ्तर के अंदर मारपीट करने और साथी महिला एडवोकेट के साथ भी गलत हरकत करने के आरोप लगाए थे।
यह था मामला
पीड़ित एडवोकेट रणजीत सिंह ने आरोप लगाया कि वह बार काउंसिल के प्रधान विकास मलिक को उनके दफ्तर में एक दस्ती समन देने गए थे। क्योंकि वह उनके साथ एक केस लड़ रहे हैं। इस पर उन्होंने अपने 7-8 साथियों के साथ मिलकर मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में वह घायल हो गए थे। घायल होने के बाद उन्हें सेक्टर-16 के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया था। सेक्टर 16 से सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी और अस्पताल से ही उनके बयान दर्ज कर लिए थे। उनके बयानों के आधार पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।