(Chandigarh News) पंचकूला। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) सुश्री अपर्णा भारद्वाज ने बाल सदन, सेक्टर 12/ए, पंचकूला का औचक निरीक्षण किया, ताकि वहां रहने वाले बच्चों की रहने की स्थिति और समग्र स्वास्थ्य का आकलन किया जा सके। निरीक्षण में स्वच्छता, स्वास्थ्य और पोषण से संबंधित कई चिंताजनक मुद्दे सामने आए।
सोई भी अस्वच्छ स्थिति में पाई गई, जिससे खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता मानकों के बारे में गंभीर चिंताएँ पैदा हुईं
दौरे के दौरान, सुश्री भारद्वाज ने पाया कि बाल सदन के परिसर का उचित रखरखाव नहीं किया जा रहा था। शौचालयों से दुर्गंध आ रही थी, जो खराब स्वच्छता और नियमित सफाई की कमी को दर्शाता है। रसोई भी अस्वच्छ स्थिति में पाई गई, जिससे खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता मानकों के बारे में गंभीर चिंताएँ पैदा हुईं।निरीक्षण के दौरान पाया गया एक प्रमुख मुद्दा बच्चों के लिए उचित पोषण वाले भोजन की कमी थी। भ्रमण के समय रसोई में केवल रात्रि भोजन के लिए आलू ही पकाया जा रहा था, जो बच्चों की आहार संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपर्याप्त है। प्रतिदिन परोसे जा रहे भोजन के बारे में पूछे जाने पर रसोइया कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाया।
इसके अलावा, जब सुश्री भारद्वाज ने बच्चों से व्यक्तिगत रूप से भोजन की गुणवत्ता के बारे में पूछा, तो उनके उत्तर भिन्न-भिन्न थे, जिससे भोजन के प्रावधानों में विसंगतियां प्रतीत हुईं। उनके उत्तर मेल नहीं खाते थे, जिससे यह संदेह उत्पन्न हुआ कि क्या उन्हें किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) आदर्श नियम, 2016 के तहत निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार उचित भोजन मिल रहा है।
सुश्री भारद्वाज ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बच्चों के अधिकारों की रक्षा एवं कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है
बाल सदन में स्वच्छता एवं पोषण के निम्न मानकों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सुश्री भारद्वाज ने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए बाल देखभाल संस्थानों को निर्धारित मानदंडों का कड़ाई से पालन करना चाहिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल सुधारात्मक उपाय करने, स्वच्छता की स्थिति में सुधार करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि बच्चों को दिशा-निर्देशों के अनुसार पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाए।सुश्री भारद्वाज ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बच्चों के अधिकारों की रक्षा एवं कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। इस निरीक्षण के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी ताकि बाल सदन में आवश्यक सुधार किए जा सकें तथा इसकी देखरेख में आने वाले बच्चों के लिए सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
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