• एसोचैम द्वारा टीबी से प्रभावित 50 मरीजों को अपनाने की पहल।

(Chandigarh News) चंडीगढ़। एसोचैम द्वारा आयोजित “हेल्थ, ब्युटी एंड वेलनेस सिंपोज़ियम” के अवसर पर ‘टीबी मुक्त भारत’ पहल के अंतर्गत एक प्रेरणादायक कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पंजाब के माननीय राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे ।राज्यपाल ने असोचैम द्वारा “प्रधानमंत्री 100 दिनों का एजेंडा – टीबी फ्री इंडिया प्रोग्राम” के अंतर्गत लिए गए विशेष पहलों पर आधारित एक वीडियो का भी विमोचन किया।राज्यपाल ने अपने संबोधन में असोचैम की अभिनव पहलों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उद्योग, नीति निर्माताओं, चिकित्सा विशेषज्ञों एवं सामाजिक संगठनों के सहयोग के बिना टीबी जैसी स्वास्थ्य उद्योग, नीति निर्माताओं, चिकित्सा विशेषज्ञों एवं सामाजिक संगठनों के सहयोग के बिना टीबी जैसी स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान संभव नहीं।

सरकार ने 2025 तक टीबी उन्मूलन हेतु व्यापक योजनाएँ और ठोस कदम उठाए हैं

उन्होंने विशेष रूप से असोचैम द्वारा टीबी से प्रभावित 50 मरीजों को अपनाने के प्रयास का उल्लेख किया, जिसके माध्यम से रोगियों को न केवल आवश्यक चिकित्सा सहायता मिलेगी, बल्कि उन्हें पोषण, मनोबल और सामाजिक समर्थन का भी संबल प्राप्त होगा।राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अद्वितीय दूरदर्शिता ने टीबी मुक्त भारत के स्वप्न को नई दिशा प्रदान की है। उनके नेतृत्व में सरकार ने 2025 तक टीबी उन्मूलन हेतु व्यापक योजनाएँ और ठोस कदम उठाए हैं। केंद्रीय बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को दी गई उल्लेखनीय बढ़ोतरी एवं आवंटन ने चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक विकास के नए आयाम खोले हैं।

इस आयोजन में स्वास्थ्य सचिव श्री अजय चागती एवं असोचैम के सदस्यों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया राज्यपाल के संबोधन ने सभी हितधारकों को एकजुट होकर इस राष्ट्रीय अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने अपील की कि उद्योग, सरकार एवं सामाजिक संगठनों की संयुक्त पहल से टीबी उन्मूलन की दिशा में ठोस प्रयास किए जाएँ ताकि हर नागरिक तक उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित हो सके।
आयोजन में स्वास्थ्य सचिव अजय चगती को प्रशासक द्वारा सम्मानित चिन्ह दे कर सम्मानित किया गया एवं एसोचैम के सदस्य भी उपस्थित रहे।