Chandigarh News: एसोसिएशन ऑफ लाइसेंस्ड इमिग्रेशन एंड एजुकेशन कंसल्टेंट्स (एएलआईईसी) ने हाल ही में यूएसए से डेपोर्टेशन के मामलों के संबंध में रजिस्टर्ड इमीग्रेशन कंसल्टेंट्स के खिलाफ निराधार आरोपों का खंडन किया है। एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि अवैध प्रवास (इललीगल माइग्रेशन) को अनरजिस्टर्ड और अनरेगुलेटेड एजेंट्स द्वारा सरल बनाया जाता है, न कि पंजाब ट्रैवल प्रोफेशनल्स रेगुलेशन रूल्स, 2013 के तहत काम करने वाले लाइसेंस प्राप्त प्रोफेशनल्स द्वारा।

चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, एएलआईईसी के अध्यक्ष जतिंदर बेनीपाल ने पुष्टि की कि उनके सदस्य लाइसेंस प्राप्त रजिस्टर्ड इमीग्रेशन कंसल्टेंट्स कानूनी ढांचे के भीतर काम करते हैं और सख्त नियामक दिशानिर्देशों का पालन करते हैं।

एसोसिएशन करता है कि सुनिश्चित कि सभी एप्लीकेंट्स लीगल इमीग्रेशन का पालन करें। अमेरिका से अवैध प्रवासियों के डेपोर्टेशन की हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए, इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के लिए रजिस्टर्ड ट्रैवल एजेंटों पर अनुचित रूप से दोष लगाते हुए, बेनीपाल ने कहा कि जब एप्लीकेंट मान्यता प्राप्त ट्रैवल एजेंट के सेवाएं नहीं लेगा तो ऐसे परिणाम स्वाभाविक हैं।

एसोसिएशन कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त कंसल्टेंट्स का प्रतिनिधित्व करता है जो सरकारी नियमों का सख्ती से पालन करते हैं, नैतिक मानकों को बनाए रखते हैं, प्रशिक्षित प्रोफेशनल्स को नियुक्त करते हैं और सभी कर दायित्वों को पूरा करते हैं। एसोसिएशन इस बात पर प्रकाश डालता है कि इललीगल इमीग्रेशन अक्सर व्यक्तियों की पर्सनल चॉइस होती है, भले ही वे अरेस्ट और डिपोर्टेशन के जोखिमों को जानते हों।

एसोसिएशन ने ट्रैवल प्रोफेशनल्स रेगुलेशन एक्ट में सुधार की भी मांग की है ताकि उन कमियों को दूर किया जा सके जो इललीगल इमीग्रेशन को पनपने देती हैं, जबकि रजिस्टर्ड इमीग्रेशन कंसल्टेंट्स पर अनावश्यक जांच की जाती है। इसके अतिरिक्त, एसोसिएशन ने सिविल और पुलिस अधिकारियों से इललीगल इमीग्रेशन को रोकने में मदद करने के लिए जागरूकता अभियान चलाने का आग्रह किया है।

इस अवसर पर एसोसिएशन के चेयरमैन कैप्टन एसपी सिंह, महासचिव मनप्रीत तलवार, वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य जेपी सिंह और अन्य सदस्यों ने भी मुद्दों पर जानकारी दी।