Chandigarh News: आपदा प्रबंधन में ब्रिगेड की अहम भूमिका- अंकुश मिगलानी वाईस चेयरमैन

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Chandigarh News: चंडीगढ़ भारतीय रेड क्रॉस समिति एवं सेंट जॉन एंबुलेंस (भारत), हरियाणा राज्य शाखा द्वारा 17 से 19  दिसंबर  2024 तक पंजाबी धर्मशाला, कुरूक्षेत्र के प्रांगण में आयोजित तीन दिवसीय ब्रिगेड इंचार्ज एवं वॉलिंटियर प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के वाईस चेयरमैन अंकुश मिगलानी ने कहा कि सैंट जॉन एम्बुलेंस व रैडक्रॉस के स्वयंसेवक आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, यह विचार शिविर में हरियाणा प्रदेश के 22 ज़िलों से आए 84 प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि सैंट जॉन हरियाणा में बहुत सराहनीय कार्य कर रहा हैं उन्होंने प्रतिभागियों से अपील करते हुए कहा कि शिविर में प्रशिक्षण लेकर अन्य लोगों को भी जागरूक करें। आमजनों  को बचाने में अपना बहुमूल्य योगदान दें।
सैंट जॉन के स्वयंसेवक आपदाओं और आपातकाल में प्रभावित लोगों को सेवा प्रदान करते है। मिगलानी ने कहा कि सभी प्रतिभागियों को रेड क्रॉस की गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए।शिविर निदेशक संजीव धीमान ने सैंट जॉन एंबुलेंस द्वारा आपदा के समय की गई गतिविधियों में स्वयंसेवकों की सेवाओं के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी।इस तीन दिवसीय कैंप के दौरान हिपा, गुरुग्राम से आए हुए डॉ भुवन ने प्राकृतिक आपदा से आम जनता एवं स्कूली बच्चों और अन्य आसपास के लोगों को किस प्रकार प्राकृतिक आपदा से बचाया जाए, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डॉ भुवन ने बताया कि आपदा का मतलब है किसी अनहोनी के कारण जान माल का अत्यधिक नुकसान होना। उन्होंने बताया कि आपदाएं कई प्रकार की हो सकती है जैसे भूकंप, बाढ़, आग लगना ,करंट, सुनामी ,चक्रवात आदि। उन्होंने बताया कि कई बार जागरूकता की कमी के कारण हम ऐसी आपदाओं का शिकार हो बैठते हैं | भोपाल गैस आपदा, सुनामी, गुजरात भूकंप के बारे में बताया। जिससे हम बच सकते थे। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार सुनामी व चक्रवात आने पर हमने पुराने आंकड़े उठाए हैं।
उसमें यह देखने को मिला है कि सबसे अधिक मौत का शिकार महिलाएं होती है। इसका कारण यह है कि महिलाओं को तैराकी कम आना हो सकता है। महिलाएं तैराक होंगी तो वह अपनी जान माल की हानि होने से बच सकती है व दूसरों को भी बचा सकती है, महिलाओं को  ड्राइविंग का ज्ञान होना बहुत जरूरी है क्योंकि उस समय महिलाएं ही घर पर होती है।  यदि महिलाएं ड्राइविंग का ज्ञान रखती होंगी तो वे मरीज को हॉस्पिटल तक पहुंचा सकती है।
इसके साथ-साथ नागरिक  सुरक्षा विभाग गुरुग्राम से चीफ वार्डन मोहित शर्मा ने भी नागरिक सुरक्षा किस प्रकार कर सकते हैं उसकी की जानकारी दी।अनिल सैनी रिसोर्स पर्सन ने इस शिविर के दौरान सिलेंडर में आग लगने पर आग से कैसे बचाया जाता है, मॉक ड्रिल  करके लोगों को इसकी जानकारी दी | संजीव धीमान शिविर निदेशक ने सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड के स्वयंसेवक आपदा की स्थिति में जनता की भलाई कैसे कर सकते हैं इसका परिचय दिया।
इस मौके पर अंजू शर्मा मास्टर ट्रेनर, चंद्रपाल स्टेट मास्टर ट्रेनर, अंजू कश्यप जिला ट्रेनिंग ऑफिसर, सयुंक्त शिविर निदेशक अनिल कुमार, चन्द्रमोहन सहायक, दर्शन भाटिया, मोहिनी शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।