चंडीगढ़ (मंजीत सहदेव): हाल ही में केंद्रीय वित् मंत्री निर्मला सीतारमण यहाँ चंडीगढ़ भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं से लोक सभा चुनाव में भाजपा की हुई हार को लेकर विस्तृत चर्चा करने के लिए पहुँची थी । इस दौरान चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा के द्वारा भाजपा के नेताओं को कार्यक्रम मे शामिल होने के लिए न्यौता भेजा गया था, लेकिन इसमे अधिकतर नेता शामिल ही नहीं हुए। पार्टी सूत्रों की माने तो इसमे डेढ़ सौ से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को शामिल होने के लिए न्यौता दिया गया था जबकि इसमे 100 से भी कम नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए हैं। इसी को लेकर अब यह बात तो स्पष्ट हो रही है की चंडीगढ़ भाजपा मे गुटबाज़ी लगातार बढ़ती जा रही है और मौजूदा अध्यक्ष को लेकर भाजपा खेमे मे काफ़ी रोष दिखाई दे रहा है।
स्कूली बच्चों की तरह लगी हाज़िरी फिर भी नहीं पहुँचे नेता
निर्मला सीतारमण के साथ चर्चा के लिए हुए इस कार्यक्रम मे चंडीगढ़ भाजपा द्वारा कार्यक्रम मे बुलाए गए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की स्कूली बच्चों की तरह हाज़िरी लगाई गई थी । रजिस्टर से पढकर एक एक नेता और कार्यकर्ता का नाम बोला जाता था और सामने बैठे हुए नेता और कार्यकर्ता अपनी हाज़िरी लगाते थे । इसी दौरान चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा भी वहाँ मौजूद थे । काफ़ी अधिक संख्या मे भाजपा नेता और कार्यकर्ता इस मीटिंग मे शामिल न होने को लेकर पार्टी के भीतर काफ़ी चर्चा रही, हालाँकि इस बारे मे पार्टी की ओर से कोई भी खुलकर बोलने के लिए तैयार नहीं है । चंडीगढ़ भाजपा के प्रवक्ता संजीव राणा का कहना है कि ऐसा नहीं है । सभी लोग वहाँ मौजूद थे । उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में सभी लोग उपस्थित थे । कोई भी ग़ैर हाज़िर नहीं था।
सत्यपाल जैन को नहीं भेजा न्यौता
एक तरफ़ जहाँ चंडीगढ़ भाजपा मे संजय टंडन की हार को लेकर चंदीगढ़ भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा पर कई तरह के सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं । वहीं पार्टी मे गुटबाज़ी भी खुलकर दिखाई दे रही है । निर्मला सीतारमन के कार्यक्रम मे सत्यपाल जैन को न्यौता नहीं दिया गया था । जबकि सत्यपाल जैन उसी दिन किसी समाज सेवी संस्था के कार्यक्रम मे बतौर मुख्यातिथि रूप में शामिल हुए थे। सत्यपाल जैन के करीबियों का कहना है कि उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता नहीं दिया गया । वहीं चंडीगढ़ भाजपा के पूर्व मेयर दिवेश मौदगिल को भी इस कार्यक्रम के लिए न्यौता नहीं दिया गया। व्यापारी वर्ग के बड़े नेता और कन्फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेड चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष हरीश गर्ग के अलावा कई नेताओं को न्यौता तक नहीं दिया गया।