Chandigarh News: आगामी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि को लेकर पिंजौर, कालका क्षेत्र में ऐतिहासिक शिव मंदिरों के साथ साथ दूसरे मन्दिरों में भी तैयारियां जोरों पर चल रही है। हर बार महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर क्षेत्र के ऐतिहासिक शिव मंदिरों में हजारों की संख्या में पिंजौर, कालका व आसपास समेत अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु यहा पर माथा टेकने पहुंचते हैं।
इसी को लेकर भाजपा वरिष्ठ नेता रंजीत उप्पल ने क्षेत्र के ऐतिहासिक शिव मंदिरों में सोमवार को माथा टेका और वहा के पुजारियों व सेवादारों से मिलकर महाशिवरात्रि पर मंदिर में होने वाली व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली, रंजीत उप्पल ने बताया कि क्षेत्र में श्री श्री शिवलोतिया मंदिर, खड़ा पत्थर लोहगढ़ और गौरी शंकर शिव मंदिर एचएमटी में ऐतिहासिक प्राचीन व सिद्ध पीठ शिव मंदिर है, यहा पर हर वर्ष महाशिवरात्रि पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु माथा टेकने आते हैं।
सुबह तड़के से ही इन मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है। ऐसे में श्रद्धालुओं को मंदिर में माथा टेकने में कोई दिक्कत न हो, मन्दिरों तक पहुंचने वाले रास्ते में श्रद्धालुओं के लिए कोई अड़चन व उनके वाहनो की पार्किंग स्थल के लिए कोई दिक्कत न हो व श्रद्धालुओं द्वारा जो मन्दिरों के पास भंडारे लगाए जा रहे हैं यह सारी व्यवस्था सही हो इसी को लेकर आज मन्दिरों में आए थे।
क्षेत्र के ऐतिहासिक स्थलों के प्रचार को लेकर विधायिका से मिलेंगे भाजपा वरिष्ठ नेता रंजीत उप्पल ने कहा कि पिंजौर, कालका क्षेत्र धार्मिक स्थल है, यहा की भूमि अपने अंदर प्राचीन इतिहास संजोए हुए हैं, इस पांडवकालीन धरती के बारे में दूर दराज रहने वाले लोगो को जानकारी नही है इसलिए यहा पर सिद्ध पीठ काली माता मंदिर, पहले पातशाही श्री गुरु नानकदेव जी का गुरुद्वारा मंजिसाहिब, श्री श्री शिव लोतिया मंदिर, खड़ा पत्थर शिव मंदिर, एचएमटी स्वयंम शंभु , माता गणेशपुर भोरिया, माता समलोठा देवी आदि जैसे ऐतिहासिक प्राचीन स्थल है। इनका प्रचार पर्यटनस्थलों की साइड पर या फिर जहा भी इनका ज्यादा से ज्यादा प्रचार हो सके वहां पर इसके आदेश करने के लिए कालका विधायिका शक्ति रानी शर्मा के माध्यम से हरियाणा के पर्यटन मंत्री से मांग की जाएगी।