Chandigarh News: स्वास्थ्य एवं कृषि क्षेत्र की अग्रणी वैश्विक कंपनी बायर ने पंजाब में अपने स्प्रिंग कॉर्न फेस्टिवल का समापन किया। महीनेभर चले इस फेस्टिवल का उद्देश्य किसानों को कॉर्न (मक्का) की उपज बढ़ाने के लिए एडवांस्ड नॉलेज एवं एग्रोनॉमिक प्रैक्टिस (उन्नत ज्ञान एवं कृषि प्रक्रियाओं) की जानकारी प्रदान करते हुए सशक्त करना था। कृषि के मामले में अग्रणी जिलों में कार्यशालाओं के माध्यम से बायर ने भारत के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य में कॉर्न के महत्व को रेखांकित किया और उपज एवं आय बढ़ाने के लिए किसानों को व्यावहारिक टूल्स उपलब्ध कराए।

7 जनवरी से 4 फरवरी के बीच फतेहगढ़ साहिब, लुधियाना, पटियाला, मलेरकोटला, संगरूर, बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब, जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और मोगा सहित कई स्थानों पर आयोजित इस पहल में 42,000 से अधिक किसानों को सतत कृषि, फसल प्रबंधन और प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित समाधानों पर हुई चर्चा में शामिल किया गया।

मक्का भारत में अनाज के मामले में तीसरी सबसे बड़ी फसल है। राष्ट्रीय जीडीपी में इसका लगभग 400 अरब रुपये का योगदान है। पंजाब में विकसित हो रहे तीन-फसल चक्रण प्रणाली (थ्री-क्रॉप रोटेशन सिस्टम) में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। किसान तेजी से आर्थिक लाभ के लिए स्प्रिंग कॉर्न को अपना रहे हैं और इसे देखते हुए बायर उपज बढ़ाने, पर्यावरण अनुकूलता और बाजार लिंकेज में सुधार को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।