Chandigarh News: उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत बच्चों को कृमि मुक्त करने के लिए प्रथम चरण में जिला के सभी स्वास्थ्य एवं शिक्षण संस्थानों में 194280 बच्चो और महिलाओं को पेट के कीड़े मारने की एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गई।
उपायुक्त ने बताया कि इस अभियान को जिले के सभी स्कूलों सरकारी, गैर सरकारी व निजी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, कॉलेज, तकनीकी संस्थान, ईंट भट्टों व स्लम एरिया में चलाया गया। इसके तहत एक से 19 वर्ष के लगभग 2.04 लाख बच्चों और 20 से 24 वर्ष की महिलाओं के लक्ष्य के विरुद्ध 182215 बच्चो और 11998 महिलाओं को निशुल्क दवा खिलाई गई है।
श्रीमती मोनिका गुप्ता ने बताया कि गोली बच्चो को खाना खाने के बाद चबाकर खिलाई गई है। जो बच्चे एक से दो वर्ष की आयु वर्ग के हैं, उन्हें आधी गोली और जो बच्चे दो से तीन वर्ष की आयु वर्ग के हैं उन्हें एक गोली पिसकर खिलाई गई है। तीन वर्ष से उपर की आयु वर्ग वाले बच्चों को गोली चबाकर खिलाई हैं ताकि दवा का सही असर हो और उनका स्वास्थ्य बेहतर एवं उज्ज्वल भविष्य बन सके।
शेष रहे बच्चों को मॉप अप राउंड में 18 फरवरी को खिलाई जाएगी दवा
उपायुक्त ने अभिभावकों से अनुरोध किया कि जो बच्चे प्रथम राउंड के दौरान स्कूलों में गोली खाने से वंचित रह जाए, उन्हें 18 फरवरी को माप अप राउंड के दौरान दूसरे चरण में नजदीकी सीएचसी व पीएचसी केन्द्रों से दवा जरूर खिलाएं।
कृमि संक्रमण से बच्चों में कुपोषण और खून की कमी
डिप्टी सिविल सर्जन डा. शिवानी हुडा ने बताया कि कृमि संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक वर्ष फरवरी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाती है। उन्होने बताया कि कृमि संक्रमण से बच्चों में कुपोषण और खून की कमी तथा थकावट होना, पढ़ाई में मन न लगना आदि और अधिक कृमि होने से जी मिचलाना, दस्त, पेट दर्द, कमजोरी, भूख न लगना जैसे लक्षण हो सकते है। इसलिए साफ पानी पिये, खाना ढक कर रखें, खुले में शौच ना करें और हमेशा शौचालय का प्रयोग ही करें। दूसरे चरण में 18 फरवरी को शेष बच्चों और महिलाओं को पेट कब कीड़े मारने की दवा खिलाई जाएगी।