Chandigarh News : करनाल के बाद अब पंचकूला दमखम दिखाएंगे सांसद कार्तिकेय शर्मा

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After Karnal, now MP Kartikeya Sharma will show his strength in Panchkula
  • 27 अप्रैल को पंचकूला में जुटेंगे बड़ी संख्या में प्रदेश भर के ब्राह्मण

(Chandigarh News) चंडीगढ़। हरियाणा की राजनीति में सामाजिक समीकरणों को नया आकार देने व ब्राह्मण समाज के हकों की आवाज बुलंद करने के लिए पंचकूला में भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर बड़ा आयोजन होने जा रहा है। यह कार्यक्रम राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की सक्रियता से होगा जो लगातार ब्राह्मण समाज को एक मंच पर लाने और उसकी राजनीतिक भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। करनाल में हुए सफल ब्राह्मण सम्मेलन के बाद अब कार्तिकेय पंचकूला में 27 अप्रैल को भव्य भगवान परशुराम जन्मोत्सव समारोह के आयोजन के जरिए अपनी ताक़त का प्रदर्शन करने जा रहे हैं।

बैठक में समाज के मुद्दों पर गंभीर मंथन हुआ और यह तय हुआ कि पंचकूला में होने वाला यह आयोजन केवल धार्मिक उत्सव नहीं होगा

इस समारोह को लेकर रविवार को दिल्ली में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित विनोद शर्मा और सांसद कार्तिकेय शर्मा ने प्रदेशभर से आए ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। बैठक में समाज के मुद्दों पर गंभीर मंथन हुआ और यह तय हुआ कि पंचकूला में होने वाला यह आयोजन केवल धार्मिक उत्सव नहीं होगा, बल्कि यह ब्राह्मण समाज की एकजुटता, चेतना और शक्ति का भी परिचायक बनेगा।

वहीं सांसद कार्तिकेय शर्मा ने भी संसद से लेकर हरियाणा तक, समाज के हित में लगातार ठोस प्रयास किए हैं

बैठक में उपस्थित लोगों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि चाहे ईपीबीजी का मसला हो, दोहली की जमीन का मालिकाना हक हो, गौड़ ब्राह्मण शिक्षण संस्थान का संरक्षण हो या फिर आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग इन सब में पंडित विनोद शर्मा ने हमेशा ब्राह्मण समाज की आवाज़ को बुलंद किया है। वहीं सांसद कार्तिकेय शर्मा ने भी संसद से लेकर हरियाणा तक, समाज के हित में लगातार ठोस प्रयास किए हैं।

इस आयोजन को लेकर सांसद कार्तिकेय शर्मा 21 अप्रैल से हरियाणा के विभिन्न जिलों में जाकर लोगों को व्यक्तिगत रूप से इस समारोह के लिए आमंत्रित करेंगे। यह आयोजन न केवल धार्मिक श्रद्धा से जुड़ा है, बल्कि इसका सामाजिक और राजनीतिक महत्व भी बहुत गहरा है। करनाल सम्मेलन की सफलता के बाद पंचकूला का आयोजन यह साबित करेगा कि ब्राह्मण समाज अब सिर्फ दर्शक नहीं, बल्कि निर्णायक भूमिका में आना चाहता है।

हरियाणा की राजनीति में जिस प्रकार जाट, दलित, पिछड़ा वर्ग और अन्य समुदायों के सम्मेलन होते रहे हैं, उसी तर्ज पर ब्राह्मण समाज भी अब संगठित होकर अपनी बात कहने को तैयार है। इस पूरे अभियान के केंद्र में हैं कार्तिकेय शर्मा, जो अपने युवा नेतृत्व, विचारशीलता और सामाजिक समझ के जरिए एक नया राजनीतिक आधार तैयार कर रहे हैं।

अब नजरें 27 अप्रैल पर टिकी हैं, जब पंचकूला में हजारों की संख्या में ब्राह्मण समाज एकत्र होगा और यह दिखाएगा कि वह भी अपनी शक्ति और संगठित नेतृत्व से हरियाणा की राजनीति में एक नई दिशा देने को तैयार है। यह आयोजन सिर्फ परंपरा का उत्सव नहीं होगा, बल्कि एक नए सामाजिक आंदोलन की शुरुआत भी बन सकता है।