Chandigarh News: हरिवंश राय बच्चन के साहित्य में जीवन के विविध रंग विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।

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Chandigarh News: चंडीगढ़ संजय अरोड़ा चंडीगढ़ पंजाब विश्वविद्यालय, हिंदी विभाग  द्वारा आज जयंती विशेष कार्यक्रम के अंतर्गत “हरिवंश राय बच्चन के साहित्य में जीवन के विविध रंग विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ अश्वनी शांडिल्य (असिस्टेंट प्रोफ़ेसर, जिला एवं प्रशिक्षण संस्थान, पंचकूला) ने विषय आधारित व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ० अश्वनी शांडिल्य ने कहा कि हरिवंश राय बच्चन उन चुनिंदा साहित्यकारों में शुमार हैं जिन्हें काव्य और गद्य दोनों शैलियों में लेखन करने पर प्रसिद्धि प्राप्त हुई।उनका जीवन हम सबके लिए प्रेरणा स्त्रोत है क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में आने वाली प्रत्येक समस्या का सामना दृढ़ता से किया है।
बच्चन जी ने हमें सिखाया है कि भले ही जीवन में अनेक चुनौतियाँ आती हैं, लेकिन हमें हमेशा आशावान रहकर भविष्य की ओर देखना चाहिए। इसीलिए उन्होंने कविता लिखी–‘जो बीत गई सो बात गई।’ ज़िंदगी की कठोर वास्तविकता को वे अपनी रचनाओं के माध्यम से अपने पाठकों के समक्ष रखते हैं।
उनकी रचनाओं के विषय धर्म, देशभक्ति, पारिवारिक जीवन, प्रेम, जीवन की कठोर वास्तविकता का भार लेकर भी उसमें आनंद, जिजीविषा, जीवन में बने रहने का संदेश देते हुए नजर आते हैं।हरिवंश राय बच्चन की प्रसिद्धि और लोकप्रियता पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि बच्चन जी एक ऐसे कवि थे जिन्हें सुनने के लिए श्रोता उत्साहित रहते थे।आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी और धर्मवीर भारती जैसे साहित्यकारों ने बच्चन की आत्मकथा में व्याप्त बेबाकी, ईमानदारी, विस्तार तथा सार्थकता की प्रशंसा की थी।
कार्यक्रम की शुरुआत में विभागाध्यक्ष प्रो० अशोक कुमार तथा संकाय के अन्य सदस्य प्रो० नीरजा सूद, प्रो० बैजनाथ प्रसाद तथा प्रो० गुरमीत सिंह ने अतिथि महोदय का भेंट देकर औपचारिक स्वागत किया।
व्याख्यान के पश्चात सबके अनुरोध पर डॉ० अश्वनी शांडिल्य ने अपनी स्वरचित रचना का पाठ किया। साथ ही, प्रो० बैजनाथ प्रसाद ने हरिवंश राय बच्चन की रचनाओं पर अपने विचार रखते हुए उनकी कविता ‘इसलिए खड़ा रहा कि तुम मुझे पुकार लो’ का पाठ किया।और अंत में विभागाध्यक्ष प्रो अशोक कुमार ने कार्यक्रम के अतिथि महोदय तथा मुख्य वक्ता डॉ अश्वनी शांडिल्य का, उपस्थित संकाय सदस्यों तथा श्रोताओं का धन्यवाद किया।
इस कार्यक्रम में विभाग के शोधार्थी तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन शोधार्थी मोनिका ने किया।