Chandigarh News: हरियाणा की राजनीति और सामाजिक चेतना में एक शानदार अध्याय जुड़ने जा रहा है। राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा 27 अप्रैल को पंचकूला में भगवान परशुराम जन्मोत्सव के पावन अवसर पर एक भव्य ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा हैं। माना जा रहा है कि सम्मेलन न केवल धार्मिक और सामाजिकआस्था का प्रतीक बनेगा, बल्कि सामाजिक एकता की भी मिसाल पेश करेगा।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी होंगे, जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ोली, कई केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ राजनेता, पूर्व विधायक, संत-महात्मा, सामाजिक कार्यकर्ता और हजारों की संख्या में लोग कार्यक्रम में भाग लेंगे।
यह आयोजन राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की पहल पर आयोजित किया जा रहा है, जो प्रदेशभर में ब्राह्मण समाज के हितों को सशक्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। करनाल में सफल ब्राह्मण सम्मेलन के बाद यह पंचकूला में उनकी बड़ी पहल है।
सामाजिक-सांस्कृतिक उत्थान की दिशा में ठोस पहल
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल उत्सव मनाना नहीं, बल्कि ब्राह्मण समाज की सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक समस्याओं को समझना और उन्हें दूर करने के उपायों पर विचार करना है।
कार्तिकेय शर्मा अपने पिता, हरियाणा के धुरंधर नेता पंडित विनोद शर्मा की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। पंडित विनोद शर्मा ने ब्राह्मण समाज के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए, जिनमें आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग आरक्षण, दोहली की जमीन का समाधान तथा भगवान परशुराम के नाम पर संस्थान की स्थापना जैसी अहम पहल शामिल रही हैं।
अब उनके पुत्र कार्तिकेय शर्मा और उनकी पत्नी एवं विधायक शक्ति रानी शर्मा इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए समाज के लिए कल्याणकारी योजनाएं लेकर आ रहे हैं और उन्हें जमीनी स्तर पर लागू करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
प्रदेशभर में व्यापक जनसंपर्क अभियान
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा स्वयं पूरे प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। वे गांव-गांव जाकर लोगों को कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दे रहे हैं। इसके साथ ही एक सुव्यवस्थित कार्यकर्ता टीम भी तैयार की गई है जो हज़ारों की संख्या में लोगों को पंचकूला तक लेकर आएगी।
ब्राह्मण समाज की आवाज़ बन रहे हैं कार्तिकेय शर्मा
कार्तिकेय शर्मा अब ब्राह्मण समाज की आशाओं के केंद्र में हैं। वे समाज की हर समस्या को गंभीरता से सुनते हैं और उसे सरकार तक पहुंचाकर समाधान का प्रयास करते हैं। चाहे बात युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों की हो, शिक्षा में प्रतिनिधित्व की, या सामाजिक सुरक्षा की—कार्तिकेय शर्मा हर मोर्चे पर सक्रिय हैं।