Chandigarh News : मोरनी के ऐतिहासिक बणी मंदिर में आज से 7 दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन शुरू हो गया। पहले दिन भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कथा का शुभारंभ प्रसिद्ध कथा वाचक सरोज भारतीय के सान्निध्य में हुआ।
भक्ति के बिना भगवान नहीं मिलते: सरोज भारतीय
कथा वाचक सरोज भारतीय ने पहले दिन श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि भक्ति के बिना भगवान को प्राप्त करना असंभव है। उन्होंने कहा, “भगवान अपने भक्तों के कष्ट हरने के लिए किसी न किसी रूप में अवश्य आते हैं। हर व्यक्ति को जीवन में समय निकालकर भगवान का स्मरण करना चाहिए, क्योंकि यही मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य है।”
16 से 22 दिसंबर तक चलेगी कथा
समाजसेवी संजीव कुमार वर्मा ने जानकारी दी कि यह कथा 16 दिसंबर से 22 दिसंबर तक चलेगी। कथा सुनने के लिए दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष परिवहन व्यवस्था की गई है। सुबह 9 बजे विभिन्न स्थानों जैसे ठंडोग, टोहण, गगयाणा और बैहलो से गाड़ियां बणी मंदिर तक चलाई जाएंगी।
सामाजिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी
कथा के आयोजन में सामाजिक संगठनों और क्षेत्रीय लोगों का विशेष योगदान रहा। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए समाजसेवी संजीव वर्मा और शिव वर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस मौके पर कथा के पहले दिन सरोज भारतीय, दीदी पुष्प भद्वा भारती, उमा भारती, प्रवीण भारती, जिला परिषद सदस्य रोमा देवी, महासचिव सरपंच सुरेश पाल, बलजीत राणा और मदन सिंह जैसे गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।
भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर प्रबंधन और स्थानीय पंचायत द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं। पंडाल को रंगीन रोशनी और फूलों से सजाया गया है। कथा स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए बैठने और प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है।
कलश यात्रा में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
पहले दिन निकली कलश यात्रा में क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। यात्रा मंदिर परिसर से शुरू होकर मोरनी के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी। महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर भजन-कीर्तन करते हुए यात्रा को भक्ति और उल्लास से भर दिया।
कथा से जुड़ा आध्यात्मिक संदेश
कथा के दौरान भगवान राम के जीवन और आदर्शों को सुनाते हुए सरोज भारतीय ने भक्तों को आध्यात्मिक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भगवान राम का जीवन हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है। “भगवान राम ने अपने जीवन से यह संदेश दिया कि धर्म और कर्तव्य का पालन करते हुए जीवन को सार्थक बनाया जा सकता है।”
श्रद्धालुओं में उत्साह
पहले दिन के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। आने वाले दिनों में कथा के लिए श्रद्धालुओं की संख्या में और वृद्धि की उम्मीद है। बणी मंदिर का यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि क्षेत्र में आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक होगा।
समाप्ति पर भंडारे का आयोजन
22 दिसंबर को कथा के समापन पर भव्य भंडारे का आयोजन किया जाएगा। श्रद्धालुओं को इस आयोजन का हिस्सा बनने और भगवान राम की कथा से प्रेरणा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।