- पंजाब यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) रेनू विग ने दिया दीक्षांत भाषण, कहा सीखने की प्रक्रिया आजीवन चलने वाली होती है
(Chandigarh News) चंडीगढ़। गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज, सेक्टर-32 के 47 वें दीक्षांत समारोह में शनिवार को शैक्षणिक सत्र 2022-23 के 1650 स्टूडेंट्स को डिग्री दी गई। शनिवार को हुए दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता मुख्य अतिथि के रूप में प्रख्यात शिक्षाविद एवं प्रशासनिक विशेषज्ञ पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ की वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) रेनू विग ने की। उन्होंने दीक्षांत भाषण दिया व स्टूडेंट्स को डिग्री दी। जीजीडीएसडी कॉलेज सोसायटी के महासचिव, डॉ. अनिरुद्ध जोशी ने प्रो. (डॉ.) रेनू विग को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने का सौभाग्य प्राप्त करने पर हर्ष व्यक्त किया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उन्होंने प्रो. विग की प्रेरणादायक उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्हें नारी सशक्तिकरण का प्रतीक बताया। उन्होंने इस बात को विशेष रूप से रेखांकित किया कि प्रो. विग, पंजाब यूनिवर्सिटी के 141 वर्षों के इतिहास में प्रथम महिला वाइस-चांसलर बनने का गौरव प्राप्त करने वाली शिक्षाविद हैं। दीक्षांत भाषण देते हुए प्रो. (डॉ.) रेनू विग ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं जो ‘विकसित भारत’ के युग में जन्मे हैं, जहाँ प्रौद्योगिकी एवं बुनियादी ढांचे में तीव्र प्रगति के कारण युवाओं के लिए असीम संभावनाएँ सृजित हो रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सीखने की प्रक्रिया आजीवन चलने वाली होती है तथा व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।
यूपीआई ने लेन-देन को सरल बनाया है, जबकि डिजीलॉकर महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखने का माध्यम बना है
भारत की तीव्र प्रगति, डिजिटल और भौतिक अवसंरचना के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों से युवाओं के लिए नए अवसरों का द्वार खोल रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत ने डिजिटल क्रांति के माध्यम से वैश्विक स्तर पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। यूपीआई ने लेन-देन को सरल बनाया है, जबकि डिजीलॉकर महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सुरक्षित रखने का माध्यम बना है। ‘वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन’ जैसी पहल शिक्षा को सुलभ बना रही हैं और ‘आरोग्य सेतु’ जैसे नवाचार स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुँचा रहे हैं। भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम, अभियांत्रिकी, चिकित्सा विज्ञान, तथा सहायक तकनीकों में हो रही प्रगति, देश की नवाचार प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उद्धृत करते हुए उन्होंने प्रौद्योगिकी को मानव कल्याण का एक प्रमुख साधन बताया। साथ ही, उन्होंने मैक एंडरसन के शब्दों को दोहराते हुए कहा, “मेरे पीछे अनंत शक्ति है, मेरे सामने अनंत संभावनाएँ हैं, मेरे चारों ओर असीम अवसर हैं।” उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के प्रभाव पर चर्चा करते हुए कहा कि यह विभिन्न क्षेत्रों में तेजी से बदलाव ला रही है, किंतु मानव बुद्धिमत्ता का स्थान कभी नहीं ले सकती। उन्होंने विद्यार्थियों से एआई से संबंधित कौशल विकसित करने का आग्रह किया, साथ ही नैतिक दिशा-निर्देशों और वैश्विक मानकों की आवश्यकता पर बल दिया। सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत, सकारात्मक दृष्टिकोण, टीम वर्क, अनुशासन, तथा प्रतिबद्धता को अनिवार्य बताते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को अपनी ‘3 पी फॉर्मूला’ – प्रयास, प्रदर्शन और प्रार्थना को अपनाने का संदेश दिया। अंत में, उन्होंने कहा कि जीवन की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि एक अच्छा इंसान बनना है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि कॉलेज ने खेलों और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया
कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने सत्र 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। उन्होंने उत्कृष्ट उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कॉलेज ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में 70वां स्थान प्राप्त कर देश के शीर्ष 0.002% कॉलेजों में अपनी जगह बनाई है। साथ ही, कॉलेज ने चौथी बार ए+ प्रत्यायन प्राप्त कर अपनी शैक्षणिक श्रेष्ठता को सिद्ध किया है। डॉ. शर्मा ने बताया कि कॉलेज ने खेलों और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। लगातार चौथे वर्ष, संस्थान ने शादी लाल ओवरऑल मेमोरियल ट्रॉफी जीतकर पंजाब यूनिवर्सिटी के 200 से अधिक संबद्ध कॉलेजों में ‘बेस्ट कॉलेज इन स्पोर्ट्स’ का खिताब प्राप्त किया।
समारोह का समापन जीडीडीएसडी कॉलेज सोसाइटी के महा सचिव डॉ. पी. के. बजाज, द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रीय गान के साथ हुआ
उन्होंने बताया कि कॉलेज ने एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता, पंजाब यूनिवर्सिटी युवा एवं विरासत महोत्सव (चंडीगढ़, जोन ए) में सामान्य उपविजेता ट्रॉफी हासिल की और अंतर-जोनल युवा महोत्सव में द्वितीय उपविजेता स्थान प्राप्त किया। राष्ट्रीय युवा महोत्सव में भी कॉलेज के विद्यार्थियों ने थिएटर और इंस्टॉलेशन श्रेणियों में पुरस्कार जीते। मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) रेनू विग के लिए कॉलेज के यंग कम्युनिकेटर्स क्लब के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों द्वारा एक विशेष लघु वीडियो प्रस्तुत किया गया। यह प्रस्तुति कॉलेज की फैकल्टी डॉ. प्रिया चड्ढा एवं गगनप्रीत वालिया के निर्देशन में तैयार की गई थी, जिसमें प्रो. विग के शिक्षण और नेतृत्व में दिए गए अमूल्य योगदान को दिखाया गया। समारोह का समापन जीडीडीएसडी कॉलेज सोसाइटी के महा सचिव डॉ. पी. के. बजाज, द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।