मुख्यमंत्री नायब सैनी, विस अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण हुए बैठक में शामिल
(आज समाज) चंडीगढ़: पिछले करीब 14 माह से खाली हरियाणा मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद नियुक्ति को लेकर गत दिवस मुख्यमंत्री नायब सैनी व विधानसभा अध्यक्ष ने बैठक में चर्चा की। लेकिन अध्यक्ष पद को लेकर नाम नहीं तय हो पाया। जिसका मुख्य कारण नेता प्रतिपक्ष का न होना है। बैठक में नेता प्रतिपक्ष का होना जरूरी है। बिना नेता प्रतिपक्ष के बिना मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद नियुक्ति नहीं की जा सकती। अब जब तक कांग्रेस द्वारा नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं किया जाता तब तक मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति नहीं हो सकती।
गौरतलब है कि हाईकोई की फटकार के बाद सरकार हरियाणा मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद पर जल्द नियुक्ति को लेकर हरकत में आई थी। गत दिवस इसी को लेकर मुख्यमंत्री नायब सैनी ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग में आयोग के अध्यक्ष और अन्य दो सदस्यों के नामों पर मंथन किया गया। संभावना थी कि मीटिंग के बाद आयोग में नियुक्ति के आॅर्डर सरकार की ओर से जारी कर दिए जाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
नेता विपक्ष का बैठक में होना जरूरी
मीटिंग के बाद विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने बताया कि प्रक्रिया काफी समय से चली हुई है, उसी को लेकर मीटिंग रखी गई थी। हरियाणा मानवाधिकार आयोग के चेयरमैन और सदस्यों को लेकर चर्चा हुई है। विपक्ष की ओर से इस बैठक में कोई शामिल नहीं हुआ, क्योंकि नेता विपक्ष का होना इस बैठक में जरूरी होता है, लेकिन अभी तक नेता प्रतिपक्ष बना नहीं हुआ है। इस कारण से अब आगे होने वाली बैठक में ही प्रक्रिया आगे बढ़ पाएगी।
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