Cervical: सर्वाइकल रेडिक्यूलोपैथी, जिसे अक्सर “पिनच्ड नर्व” के रूप में जाना जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्दन में स्थित एक तंत्रिका (नर्व) कंप्रेस हो जाती है। यह जहां तंत्रिका रीढ़ की हड्डी से निकलती है, वहां होता है। इससे गर्दन, कंधे और हाथ में दर्द, सुन्नता, कमजोरी और अन्य लक्षण हो सकते हैं। यह एक गंभीर समस्या है, जिसका सही समय पर इलाज जरूरी है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, सर्वाइकल रेडिक्यूलोपैथी के कारण, लक्षण और बचाव के बारे में।
गर्दन की डिस्क का उभार: उम्र बढ़ने के साथ, गर्दन में डिस्क कमजोर हो सकती हैं और बाहर निकल सकती हैं, जिससे तंत्रिका पर दबाव पड़ता है।
ऑस्टियोआर्थराइटिस: गर्दन की हड्डियों में ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण हड्डी के स्पर्स बन सकते हैं, जो तंत्रिका को प्रभावित कर सकते हैं।
चोट: गर्दन की चोट, जैसे कि वाहन दुर्घटना या खेल की चोट, तंत्रिका को नुकसान पहुंचा सकती है।
हेर्निएटेड डिस्क: गर्दन में डिस्क का फटना भी तंत्रिका पर दबाव डाल सकता है।
स्पाइनल स्टेनोसिस: रीढ़ की नहर का संकुचित होना भी तंत्रिका को प्रभावित कर सकता है।
गर्दन, कंधे और हाथ में दर्द गर्दन, कंधे और हाथ में सुन्नता या झुनझुनी
हाथों में कमजोरी
गर्दन की गति सीमित होना
सिरदर्द
कंधे की गति सीमित होन
सर्वाइकल रेडिक्यूलोपैथी की जांच करने के लिए, डॉक्टर आपके मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछेंगे, एक शारीरिक परीक्षण करेंगे और इन सबके बाद इस तरह के टेस्ट की सलाह दे सकते हैं-
एक्स-रे: गर्दन की हड्डियों की स्थिति का आकलन करने के लिए।
एमआरआई: रीढ़ की नरम ऊतकों, जैसे कि डिस्क और तंत्रिकाओं की विस्तृत जानकारी के लिए।
सीटी स्कैन: हड्डियों और अन्य संरचनाओं के विस्तार से जानने के लिए।
सर्वाइकल रेडिक्यूलोपैथी का इलाज हर व्यक्ति की स्थिति के हिसाब से अलग हो सकता है। डॉक्टर मरीज की स्थिति का आकलन करने के बाद इस तरह के इलाज की सलाह दे सकते हैं-
दवाएं: दर्द और सूजन को कम करने के लिए ओवर-द-काउंटर या प्रिस्क्रिप्शन दर्द निवारक दवाएं ली जा सकती हैं।
फिजिकल थेरेपी: व्यायाम और स्ट्रेचिंग से गर्दन की मांसपेशियों को मजबूत करने और लचीलापन बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
गर्मी या बर्फ थेरेपी:गर्मी या बर्फ का उपयोग दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।
कॉलर: गर्दन को स्थिर करने के लिए एक कॉलर पहनने की सलाह दी जा सकती है, लेकिन इसे केवल थोड़े समय के लिए उपयोग किया जाना चाहिए।
एपिड्यूरल स्टेरॉइड इंजेक्शन:कुछ मामलों में, स्टेरॉइड दवा को रीढ़ की नहर में इंजेक्ट किया जा सकता है ताकि सूजन को कम किया जा सके।
सर्जरी: यदि अन्य उपचार प्रभावी नहीं होते हैं, तो सर्जरी पर विचार किया जा सकता है।
सर्वाइकल रेडिक्यूलोपैथी एक आम समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। हालांकि यह आमतौर पर गंभीर नहीं होती है, लेकिन यह आपके दैनिक जीवन में बाधा डाल सकती है। यदि आपको सर्वाइकल रेडिकुलोपैथी के लक्षण हैं, तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
(Chandigarh News) चंडीगढ़। पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद…
(Chandigarh News) चंडीगढ़ । सोमवार को श्री हनुमंत धाम, सेक्टर 40-बी में महिला सुंदरकांड सभा…
संस्था ने 400 कंबल जरूरतमंद परिवारों को बांटने का लक्ष्य किया पूरा (Chandigarh News) मेजर…
कॉलोनी में बने होटल तथा ट्रांसपोर्टर द्वारा सड़क पर खड़ी की गई गाड़ियां नहीं हटाई…
बैठक की अध्यक्षता शिवसेना हिंद के राष्ट्रीय महासचिव दीपांशु सूद ने की (Chandigarh News) मेजर…
टै्रफिक पुलिस ने रोडवेज के प्रशिक्षु चालकों को दी यातायात नियमों की जानकारी (Rewari News)…