Aaj Samaj (आज समाज), Central University of Haryana, नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के फार्मास्युटिकल साइंसेज विभाग द्वारा सोमवार को विश्व फार्मासिस्ट दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह स्वास्थ्य में सुधार के लिए फार्मेसी और फार्मेसी पेशेवरों के मूल्य को उजागर करने के लिए दुनिया भर के फार्मासिस्टों द्वारा मनाया जाने वाला कार्यक्रम है।
फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल फार्मासिस्ट (एफआईपी) और फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) फार्मासिस्टों को इस दिन का उपयोग उन गतिविधियों को आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं जो दुनिया के हर कोने में स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में फार्मासिस्ट की भूमिका को बढ़ावा देते हैं। इस वर्ष पीसीआई ने लोगों को जागरूक करने और अंगदान के लिए आगे आने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से ‘फार्मेसी स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करना-अंगदान महादान‘ विषय पर विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि अंग दान एक महान कार्य है जो किसी अन्य व्यक्ति के जीवन में आशा की किरण दे सकता है जो किसी विशेष अंग या अंग की विफलता के कारण कई वर्षों से पीड़ित हैं।
विश्वविद्यालय स्कूल ऑफ इंटरडिसिप्लिनरी एंड एप्लाइड साइंसेस की अधिष्ठाता प्रो. नीलम सांगवान ने बताया कि यह कार्यक्रम अंगदान के लिए हस्ताक्षर करने के लिए वयस्कों की इच्छुक भागीदारी को बढ़ाता है। कार्यक्रम के संयोजक और विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार ने प्रतिभागियों को हमारे समाज में रोगी देखभाल के प्रति फार्मासिस्ट के योगदान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अंगदान करने वाला व्यक्ति लीवर, किडनी, आंत, फेफड़े, हृदय और अग्न्याशय जैसे अंगों की आवश्यकता वाले आठ लोगों की जान बचा सकता है। इसके अलावा हड्डी, त्वचा, हृदय वाल्व, कॉर्निया आदि का दान करके अनगिनत लोगों के जीवन की गुणवत्ता में काफी सुधार करता है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय में वृक्षारोपण अभियान भी चलाया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के 200 से अधिक विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं शिक्षणेतर कर्मचारियों ने अंगदान हेतु पंजीकरण किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में फार्मेसी द्वारा स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत बनाना-अंगदान महादान विषय पर स्लोगन एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस आयोजन में डॉ. सुमित कुमार, डॉ. तरूण कुमार, डॉ. अशोक जांगड़ा, डॉ. मनीषा पांडे ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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