महेंद्रगढ़ : शोधार्थियों के लिए संजीवनी साबित होगा केंद्रीय उपकरण केंद्र

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नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ में उपलब्ध केंद्रीय उपकरण केंद्र के दरवाजे अब शोधार्थियों के लिए खोल दिए गए हैं। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने इस केंद्र का दौरा कर यहां उपलब्ध उपकरणों के परिचालन का जायजा लिया और इस केंद्र में उपलब्ध अत्याधुनिक उपकरणों के आवश्यक उपयोग के लिए शिक्षकों व शोधार्थियों को प्रेरित किया। कुलपति ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना महामारी के लिए केंद्र व राज्य सरकार की ओर से निर्धारित दिशा-निदेर्शों की अनुपालना करते हुए अब विश्वविद्यालय सभी शोधार्थियों के लिए चरणबद्ध ढंग से खोला जा रहा है और इस प्रक्रिया के अंतर्गत केंद्रीय उपकरण केंद्र की सुविधाओं का लाभ भी सभी को आवश्यकतानुसार उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि अवश्य ही इस केंद्र के माध्यम से शोध कार्यों को गति मिलेगी।
विश्वविद्यालय में केंद्रीय उपकरण केंद्र के निदेशक डा. गुंजन गोयल ने बताया कि इस केंद्र में तरल क्रोमैटोग्राफी-मास स्पेक्ट्रोमेट्री (एलसी-एमएस), परमाणु चुंबकीय अनुनाद (एनएमआर) और परमाणु बल माइक्रोस्कोपी (एएफएम) उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि इन उपकरणों की मदद से बायोटेक, बेसिक साइंस, फामार्सुटिकल साइंस व बी. वॉक. पाठ्यक्रमों के अंतर्गत अध्ययनरत विद्यार्थियों व शोधार्थियों को उनके कार्यक्षेत्र से संबंधित शोध व अनुसंधान की गतिविधियों में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब यह केंद्र पूर्णतया उपयोग हेतु सक्रिय है और शोधार्थियों यहां आकर अपने शोध से संबंधित कार्य कर सकते हैं। इस केंद्र की स्थापना प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विश्वविद्यालय के पूर्व प्रो. दीपक पंत भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार के द्वारा इस उपकरण केंद्र में उपलब्ध उपकरणों की कार्यप्रणाली को देखने पहुंचने वालों में शोध अधिष्ठाता प्रो. नीलम सांगवान, मौलिक विज्ञान पीठ के अधिष्ठाता डॉ. विनोद कुमार, फामार्सुटिकल विभाग के विभागाध्यक्ष डा. दिनेश कुमार, डा. सुनील कुमार, डा. रंजन अनेजा, डा. सुरेंद्र सिंह, डा. हरीश कुमार, डा. पवन मौर्य सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक उपस्थित रहे।