Aaj Samaj (आज समाज), Central Government, नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए संसद के विशेष सत्र के आयोजन को लेकर बनी असमंजस की स्थिति क्लियर हो गई है। केंद्र सरकार ने 18-22 सितंबर तक पांच दिवसीय संसद का विशेष सत्र बुलाया है और ताजा जानकारी के मुताबिक पहला दिन यानी 18 सितंबर पुराने संसद भवन में कामकाज का आखिरी दिन होगा और 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन संसद को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाएगा। बता दें कि नए संसद भवन का उद्घाटन इस साल 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। 10 दिसंबर 2020 को उन्होंने ही नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी।
- 18 से 22 सितंबर तक बुलाया है संसद का विशेष सत्र
- पुरानी बिल्डिंग में 18 सितंबर कामकाज का आखिरी दिन
गौरतलब है कि नई संसद भवन कई अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। यह त्रिकोण के आकार का है और इसे सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत 862 करोड़ की लागत से बनाया गया है। साथ ही नया संसद भवन 64,500 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इससे पहले पिछले सप्ताह संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक ट्वीट में कहा था कि संसद का विशेष सत्र (17वीं लोकसभा का 13वां सत्र और राज्यसभा का 261वां सत्र) 18 से 22 सितंबर तक पांच बैठकों के साथ बुलाया जा रहा है। अमृत काल के बीच संसद में सार्थक चर्चा और बहस की उम्मीद है। सरकार का लक्ष्य संसद के आगामी सत्र में सार्थक चर्चा और बहस करना है. गौरतलब हो कि पिछले महीने संपन्न हुआ संसद का मॉनसून सत्र पुराने संसद भवन में आयोजित किया गया था।
सोनिया ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी 9 मुद्दे उठाए
संसद के विशेष सत्र से पहले कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने 9 मुद्दे उठाए हैं। कांग्रेस चाहती है सरकार महंगाई, भारत-चीन बॉर्डर विवाद और मणिपुर जैसे गंभीर, मामलों पर चर्चा करे। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 24 पार्टियों की ओर से प्रधानमंत्री को यह लेटर भेजा है।
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