आज समाज डिजिटल,चंडीगढ़:
सरहद पार से राज्य की सुरक्षा को बढ़ते खतरे को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पाकिस्तान की आतंकवादी ताकतों का मुकाबला करने के लिए केंद्रीय हथियारबंद पुलिस बलों की 25 कंपनियां और बीएसएफ के लिए ड्रोन को नष्ट करने वाले उपकरण तुरंत मांगे हैं। आजादी दिवस से पहले और पंजाब विधान सभा मतदान के मद्देनजर पाकिस्तान की आईएसआई की बढ़ती सरगर्मियों से राज्य में हालिया समय में बड़े स्तर पर घुसपैठ का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने अमित शाह के साथ मीटिंग करते हुए बताया कि सुरक्षा की स्थिति बहुत भयानक है जिसके लिए केंद्र को तुरंत दखल देने की जरूरत है। सीएम ने केंद्रीय गृह मंत्री से अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, मोहाली, पटियाला, बठिंडा, फगवाड़ा और मोगा के लिए केंद्रीय हथियारबंद पुलिस बलों की मांग करते हुए साथ ही सरहद पर तैनात बीएसएफ के लिए ड्रोन को नष्ट करने वाले उपकरण मांगे हैं। उन्होंने अहम बुनियादी ढांचे /स्थानों और सार्वजनिक मीटिंगों /समागमों जिनमें बड़े खतरे का सामना करने वाले व्यक्ति सम्मिलन करते हैं, की सुरक्षा को खतरे का हवाला दिया। सीएम ने अमित शाह को बताया कि 4 जुलाई से 8 अगस्त, 2021 के दरमियान विदेशों की खालिस्तान समर्थकी संस्थाएं, जो आईएसआई के साथ नजदीकी तालमेल के जरिए काम कर रही थीं। उन्होंने गृह मंत्री को बताया कि पिछले 35 दिनों में हथियार, हैंड ग्रेनेड, विस्फोटक सामग्री और आईईडीज बनाने के लिए विभिन्न सामान की 17 सप्लाईयां भेजे जाने का पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को पता चला है यह खेप जुलाई में हर दूसरे दिन पंजाब में दहशतगर्दों को भेजी गई थी और यही रुझान अगस्त में भी जारी रखा गया। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब में भारत-पाक सरहद पर कंटीली तार आईएसआई और पाकिस्तान के खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों के इंतजाम के आगे प्रभावहीन हो गई है। जिसका साफ उदाहरण है कि आतंकी पंजाब में ड्रोन के द्वारा आसानी से आतंकवादी गतिविधियों के लिए सामान और नशे भेज सकते हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस मुद्दा ने राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर चिंता के तौर पर उभरा है।
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