दीपावली पर पटाखों का प्रयोग ना करके दीप जलाकर ही दीपावली का पर्व मनाएं : सिविल सर्जन

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Celebrate the festival of Deepawali by lighting a lamp instead of using firecrackers
Celebrate the festival of Deepawali by lighting a lamp instead of using firecrackers

नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
सिविल सर्जन डा. धर्मेश कुमार सैनी ने दीपावली पर्व को मध्यनजर रखते हुए जनहित में सूचना जारी की है कि सभी जिलावासी अपने आस-पास रहने वाले मरीजों व सांस के मरीजों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अतिशबाजी एवं पटाखों का प्रयोग ना करके दीपावली पर दीप जलाकर ही दीपावली का पर्व मनाएं।

पटाखों का प्रयोग ना करके दीप जलाकर ही दीपावली का पर्व मनाएं

सिविल सर्जन डा. धर्मेश कुमार सैनी ने कहा कि दीपावली के शुभ अवसर पर जनता द्वारा अतिशबाजी एवं पटाखों का प्रयोग किया जाता है। पटाखों व अतिशबाजी की वजह से निकलने वाले हानिकारक धुएं से वृद्ध मरीजों, सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। पटाखों से निकलने वाला धुआं स्वस्थ्य व्यक्ति के साथ मरीजों के लिए बहुत हानिकारक है।

आपातकाल स्वास्थ्य सेवाएं 24 घंटे सुचारू

सरकार द्वारा पहले ही वायु प्रदुषण को मध्यनजर रखते हुए इस दीपावली पर अतिशबाजी करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। अतः सभी जिलावासियों से अपील है कि अपने आस-पास रहने वाले मरीजों व सांस के मरीजों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर इस दीपावली पर दीप जलाकर ही दीपावली का पर्व मनाएं। उन्होंने कहा कि जनता के द्वारा अतिशबाजी एवं पटाखों के प्रयोग के कारण आगजनी की घटना होने की संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से दीपावली के त्यौहार को मध्यनजर रखते हुए किसी भी आपात स्थिति से निपटने व स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से चलाने के लिए पूरी तैयारियां की हैं। उन्होंने बताया कि इस त्यौहार पर अधिकतर आग से जलने, श्वास व आंखों के मरीज अस्पतालों में आते हैं। इसलिए जिला स्तर पर नागरिक अस्पताल नारनौल में चार बैड का एक बर्न वार्ड बनाया गया है। इसके लिए आपातकालीन विभाग में दो चिकित्सकों के साथ एक नेत्ररोग विशेषज्ञ की डयूटी लगाई गई है। जनरल सर्जन को भी आपात स्थिति के लिए ऑनकॉल ड्यूटी पर लगाया गया है। इसके अतिरिक्त जिलें की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में आपातकाल स्वास्थ्य सेवाएं 24 घंटे सुचारू रूप से चलाने तथा बर्न के मरीजों के लिए आवश्यक जीवन रक्षक दवाईयां उचित मात्रा में रखने बारे आदेश जारी किए गए हैं। जिलें की एम्बुलेंस सर्विस-108 को भी किसी भी आपात स्थिति में मरीजों के ट्रांसपोर्टसेन एवं प्राथामिक उपचार के लिए अलर्ट पर रखा गया है।

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