मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से यूपी का पांच लाख इनामी बदमाश विकास दुबेआज सुबह गिरफ्तार किया गया। उसे अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। मध्य प्रदेश से उसे यूपी लाया जाएगा। विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद अब सियासत भी गर्म हो रही है। कांग्रेस की ओर से िप्रयंका गांधी यूपी सरकार पर हमलावर हैं। उन्होंने विकास के उज्जैन पहुंचने पर इसे मिलीभगत बताया था। जबकि भाजपा ने कांग्रेस के बयान को पुलिस का मनोबल गिराने वाला बताया। वहीं यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पूछा था कि ये गिरफ्तारी है या आत्मसमर्पण।
कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई।
अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है…1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 9, 2020
… तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं।
यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 9, 2020
यूपी सरकार पूरी तरह फेल
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किवास दुबे केमामलेमें भी सरकार पूरी तरह फेल हो गई है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है। तीन महीने पुराने पत्र पर ह्यनो एक्शनह्ण और कुख्यात अपराधियों की सूची में ह्यविकासह्ण का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की सीबीआई जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगजाहिर करना चाहिए।’
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रियंका के ट्वीट पर जवाब दिया और कहा, ‘ये लोग पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं। ये गलवां में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं। आज एक कुख्यात अपराधी पकड़ा गया है तो मध्यप्रदेश पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं। ये वो हैं जो सेना और पुलिस का मनोबल गिराने का काम करते हैं।’