नई दिल्ली। सीबीआई द्वारा देशभर में 169 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। यह छापेमारी सात हजार करोड़ से अधिक बैंक धोखाधड़ी के मामले में की गई। सीबीआई ने धोखाधड़ी के 35 मामले दर्ज किए हैं।
सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई ने उपायुक्त (बंदरगाह संभाग) वकार रजा से रोजवैली घोटाले की जांच के मामले में पूछताछ की। हालांकि सूत्रों के अनुसार आईपीएस अधिकारी रजा आरोपी नहीं हैं लेकिन जब रोजवैली समूह ने कथित रूप से वित्तीय अनियमितताएं की थी, उस दौरान उनकी बतौर सीआईडी अधिकारी क्या भूमिका थी, उसका पता लगाने के लिए उन्हें तलब किया गया। उन्हें यहां सीबीआई के सीजीओ परिसर कार्यालय में तलब किया गया था। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार इस समूह ने निवेशकों को 15,000 करोड़ रुपये का चूना लगाया था जिसमें ब्याज और जुर्माने की राशि भी शामिल है। कंपनी पर निवेशकों के प्रति अपनी देनदारियों को दबाने के लिए अपनी सहायक कंपनियों में निवेश करने का आरोप है। केंद्रीय एजेंसी ने 2015 में समूह के अध्यक्ष गौतम कुंडू को गिरफ्तार किया था और होटलों और रिसोर्ट समेत 2300 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की थी। सीबीआई इस घोटाले की जांच के तहत तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं और बंगाली फिल्मोद्योग के कई कलाकारों से पूछताछ कर चुकी है।