लुधियाना/जालंधर। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने विदेशों में बसे प्रवासी पंजाबियों को भरोसा दिलाया कि वह आतंकवाद के काले दिनों के दौरान पंजाब छोड़कर जाने वाले व्यक्तियों जिनको बाद में भगौड़े करार दिया गया था, के मामलों के जल्द समाधान के लिए विशेष अदालतें स्थापित करने का मुद्दा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और केंद्र सरकार के पास उठाएंगे। वह बीती शाम श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के समागमों के अवसर पर एनआरआई के एक समूह द्वारा की गई अपील का जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने एनआरआई को श्री गुरु नानक देव जी के जीवन और फलसफे पर आधारित किताबें, यादगारी सिक्के और मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
प्रवासी भारतीयों ने चिंता जाहिर की कि विदेश निवास कर चुके ज्यादातर व्यक्ति पंजाब नहीं आ सकते हैं और अन्य न ही दरबार साहिब और अन्य पवित्र स्थानों में जाकर नतमस्तक हो सकते हैं क्योंकि उनको कुछ मामलों में अदालत के सामने पेश होने से असमर्थ रहने पर भगौड़े घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह ऐसे मामलों के जल्द निपटारे के लिए पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के साथ विशेष अदालत स्थापित करने की संभावना संबंधी विचार-विमर्श करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि वह भारत सरकार के साथ विदेशों में कुछ भारतीय मिशनों जैसे कि यूके, अमरीका, कनाडा, जर्मनी और फ्रांस, जहां बड़ी संख्या में पंजाबी बसते हैं, में ऐसी विशेष अदालतें स्थापित करने की संभावना को विचारेंगे।
यूके कमेटी ने सीएम का आभार जताया
इस मौके पर बोलते हऐ यूके की गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान अवतार सिंह ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरफ से अपनी निजी कोशिशों के द्वारा केंद्र से काली सूची को खारिज करवाने संबंधी उनकी (अवतार सिंह) लंबे समय से अपील को मानने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। साउथ हाल से प्रवासी भारतीय जसवंत सिंह ठेकेदार ने एनआरआई मुद्दों के जल्द हल के लिए कैप्टन अमरिंदर के गतिशील नेतृत्व पर भरोसा जताया।