Panipat Gangrape Case Update : थाना मतलौडा क्षेत्र के अंतर्गत डेरों पर लूटपाट व सामूहिक दुराचार व मारपीट से महिला की मौत के मामले में पर्दाफाश

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Panipat Gangrape Case Update
पुलिस गिरफ्त में आरोपीगण
  • करीब 400 सीसीटीवी कैमरा की 600 घंटे की फुटेज खंगालते हुए तीन आरोपियों को काबू करने में बड़ी कामयाबी हासिल की
Aaj Samaj (आज समाज),Panipat Gangrape Case Update,पानीपत : पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मार्गदर्शन में जिला पुलिस की 10 टीमों ने गहनता से जांच करते हुए वारदात स्थल के 25 किलोमीटर के दायरे में करीब 400 सीसीटीवी कैमरा की 600 घंटे की फुटेज खंगालते हुए तीन आरोपियों को काबू करने में बड़ी कामयाबी हासिल की। आरोपियों की पहचान जयभगवान निवासी सहारनपुर यूपी हाल गंगाराम कॉलोनी, सोनू निवासी मुजफ्फरनगर यूपी व नवीन निवासी शहजानपुर यूपी के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत आईपीएस के कुशल नेतृत्व में जिला पुलिस ने मतलौडा थाना क्षेत्र के एक गांव के दो डेरों पर हुए सामुहिक दुराचार व एक महिला की मारपीट से हुई मौत के मामले का पटाक्षेप कर दिया है। पुलिस ने इसमें तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।

20 सितंबर की देर रात दिया था वारदात को अंजाम 

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने जिला सचिवालय में स्थित पुलिस विभाग के सभागार में मंगलवार को पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता में पूरे मामले की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि थाना मतलौडा क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव के दो डेरों पर 20 सितंबर की देर रात को बदमाशों ने एक डेरे पर तीन महिलाओं के साथ सामूहिक दुराचार और लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया था। बदमाशों ने इससे पहले एक अन्य डेरे पर लूट की नीयत से महिला और उसके पति के साथ मारपीट की थी। बदमाश वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे। इस मामले में एक महिला की मारपीट के बाद अगले दिन मौत हो गई थी। थाना मतलौडा पुलिस ने वारदातों के संबंध में दो अलग अलग मुकदमे दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।

सीआईए की तीनों यूनिटों समेत 10 टीमों ने जांच की

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि पुलिस की विभिन्न टीमें आरोपियों की धरपकड़ में लगी हुई थी। जिस दौरान टीम को दो आधार मिले। सबसे पहले पुलिस को पता लगा कि बदमाश 1 बाइक पर सवार होकर आए थे। दूसरा पुलिस को अनेकों धुंधली सीसीटीवी फुटेज मिली। सीआईए की तीनों यूनिटों समेत 10 टीमों ने जांच की। जिस दौरान टीम ने 25 किलोमीटर एरिया के 400 सीसीटीवी कैमरे खंगालते हुए करीब 600 घंटे की फुटेज को स्टोर किया। पुलिस ने अपने सोर्स सिस्टम को एक्टिव किया। जिस दौरान पता लगा कि संदिग्ध बाइक बतरा कॉलोनी की ओर है। पुलिस ने इस सूचना पर बतरा कॉलोनी में तलाश, जांच-पड़ताल, पूछताछ शुरू की।

गुप्त सुचना के आधार पर दी दबिश

इसी बीच सीआईए थ्री के प्रभारी इंस्पेक्टर अंकित को मंगलवार अल सुबह गुप्त सूचना मिली की तीन संदिग्ध किस्म के व्यक्ति गांव सिवाह व दीवाना के नजदीक रेलवे अंडरपास के नजदीक किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे है। पुलिस टीम ने मौके पर दबिश देकर तीन व्यक्तियों को काबू किया। इस दौरान एक व्यक्ति भागने लगा तो वह गिर गया और उसकी टांग टूट गई। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने थाना मतलौडा क्षेत्र के अंतर्गत डेरों पर लूटपाट व सामूहिक दुराचार की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। पूछताछ में आरोपियों ने अपनी पहचान जयभगवान निवासी सहारनपुर यूपी हाल गंगाराम कॉलोनी, सोनू निवासी मुजफ्फरनगर यूपी व नवीन निवासी शहजानपुर यूपी के रूप में बताई। पूछताछ में खुलासा हुआ आरोपी जयभगवान ने गिरोह के तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर उक्त दोनों वारदातों को अंजाम दिया व आरोपी नवीन ने रेकी की व आरोपी सोनू गिरोह में शामिल है।

मामला शुरूआत से ही ब्लाइंड था

पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत ने मामले में डीएसपी कृष्ण कुमार के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर विभिन्न टीमों को जांच में लगाया था। मामला शुरूआत से ही ब्लाइंड था। पुलिस ने शक के आधार पर आसपास के लोगों से पूछताछ की। इसके साथ पुलिस ने खेतों व डेरों से होकर गांव व शहर आने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जांची। पुलिस अधीक्षक ने जांच टीमों के साथ स्वयं आगे चलकर हर पहलुओं को बारिकी से जांचा और टीमों को अलग अलग दिशाओं में कार्य करने के निर्देश दिए। पुलिस की  टीमों ने  कड़ी मेहनत कर उक्त ब्लाइंड वारदात को सुलझाने में सफलता हासिल की। पुलिस अधीक्षक महोदय ने विभिन्न जांच टीम की सरहाना करते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों ने उक्त वारदात को सुलझाने में दिन-रात सड़कों पर ही समय निकाला है। वहीं पर खाना खाया है।

शातिर है बदमाश, हर बार नए चेहरे होते थे वारदात में शामिल

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उक्त डेरे पर इसी साल 8 अगस्त को भी कुछ बदमाश आए थे। उस दौरान उन्हें धमकाया गया था। 1200 रुपए और आभूषण लूटे गए थे। लेकिन पीड़ित परिवार ने इसकी पुलिस को कोई शिकायत या सूचना नहीं दी थी। उस दौरान भी आरोपी डेरा खाली करने व पुलिस को न बताने की पीड़ित को धमकी दे गए थे। 20 सितंबर की देर रात को भी इसी गिरोह ने वारदात को अंजाम दिया। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि पहले वाली वारदात और इस बार वाली वारदात में नवीन नाम का आरोपी शामिल रहा है। बाकी सभी चेहरे अलग हैं। लेकिन गिरोह में सभी काम करते हैं। पुलिस टीम ने गहनता से पूछताछ करने के लिए तीनों आरोपियों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जहां से आरोपी जयभगवान व नवीन को 7 दिन के व आरोपी सोनू को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। आरोपियों से गहनता से पूछताछ जारी है।

कई वारदात कर चुके, इसी तरह के लोग होते थे टारगेट

आरोपियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा यह भी हुआ कि वे इसी तरह डेरे पर चोरी, लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे। वहां खासतौर से डेरा खाली करने की धमकी देते थे। ताकि पीड़ित लोग किसी को शिकायत न दे। उनका ध्यान इसी बात पर रहे कि डेरा खाली करवाने के लिए दबंग आए थे। उक्त वारदात में आरोपी दो बार डेरे पर गए थे और दोनों बार डेरा खाली करने की धमकी दी थी। हालांकि आरोपियों का डेरा से कोई संबंध भी नहीं है। वारदात के दौरान आरोपी मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करते थे। इतना ही नहीं, वे पीड़ित लोगों के भी मोबाइल फोन से सिमकार्ड आदि निकाल कर दूर फेंक देते थे।