Case Of Finding Dead Bodies Of Factory Workers : फैक्ट्री मजदूरों के शव मिलने का मामला

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Case Of Finding Dead Bodies Of Factory Workers
रसलापुर गांव के सामने निम्बरी-बापौली रोड पर बैठे आक्रोशित ग्रामीण।
  • गुस्साए ग्रामीणों ने लगाया जाम; बोले- पुलिस आरोपियों के साथ सांठगांठ कर क्लीन चिट देने की कर रही है तैयारी
  • बापौली थाना प्रभारी ने एसपी को कराया मामले से अवगत, एस.एच.ओ.के साथ एसपी से मिलने पानीपत पहुंचे आक्रोशित ग्रामीण
  • एसपी ने दिया आश्वासन-जांच में मृतकों के परिजनों को शामिल कर किया जाएगा संतुष्ट,एसआईटी व सीआईए भी करेगी मामले की जांच
  • एएसपी मयंक मिश्रा से मुलाकात करने समालखा पहुंचे थे ग्रामीण, उनके ना मिलने पर गांव में आकर लगाया जाम
Aaj Samaj (आज समाज),Case Of Finding Dead Bodies Of Factory Workers,पानीपत: पानीपत-हरिद्वार रोड पर सनौली खुर्द गांव के पास होटल जय फूडस के सामने बनी गोरजा फैक्ट्री में तीन दिन पहले तीन श्रमिकों के मिले शव  के मामले में फैक्ट्री मालिकों को गिरफ्तार नहीं करने पर गुस्साए परिजन ने मंगलवार को रसलापुर गांव के सामने निम्बरी-बापौली रोड पर जाम लगा दिया। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर ट्रैक्टर-ट्राली खड़ी कर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ रोष प्रकट किया। इससे पहले ग्रामीण समालखा लघु सचिवालय पहुंचे थें। जहां उन्होंने एएसपी मयंक मिश्रा से मुलाकात करने चाही, लेकिन वहां नहीं थे। इसके बाद वे वापस गांव की ओर गए। जहां उन्होंने निम्बरी-बापौली रोड पर जाम लगा दिया। इस दौरान परिजनों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन पर मिलीभगत के आरोप जड़े हैं। परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे हैं। जाम लगाने की सूचना मिले ही बापौली थाना प्रभारी अतरसिहं पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे और कहा कि उनकी सुनवाई करने वाला कोई नही है और पुलिस भी सांठगांठ कर हत्या का हादसा दिखाने का प्रयास कर रही है।

 

Case Of Finding Dead Bodies Of Factory Workers
जाम खुलवाने का प्रयास करता पुलिसकर्मी।

तीनों की मौत किस प्रकार हुई है, इस बात का भी खुलासा होना चाहिए

थाना प्रभारी अतरसिहं ने कहा कि खुद एएसपी मामले की जांच कर रहे है और डीसी व एसपी भी मामले की हर रोज जानकारी ले रहे है, साथ ही उन्होने एसपी पानीपत से बात की और मामले के बारे में अवगत कराया। एसपी पानीपत ने कहा कि वो दुख की घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ है और उन्हे कार्यालय में लेकर आए अगर उन्हें कोई परेशानी है तो उसका समाधान किया जाएगा। इस उपरांत ग्रामीण शांत हुए और बापौली थाना प्रभारी अतरसिहं के साथ ट्रैक्टर-ट्रालियों में महिला व पुरुष भारी संख्या में एसपी कार्यालय पानीपत पहुंचें और एसपी से मुलाकात कर कहा कि उन्हे न्याय चाहिए और उक्त तीनों की मौत किस प्रकार हुई है। इस बात का भी खुलासा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस जानबूझ कर लीपापोती कर रही है। इस पर एसपी पानीपत ने उन्हे आश्वासन दिया कि उनको साथ लेकर जांच की जाएगी। किसी के साथ अन्याय नही होने दिया जाएगा। पुलिस गहनता से जांच कर रही है और हर पहलू से देख कर मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है। साथ ही उन्होंने एसआईटी गठित करने और सीआईए से भी जांच करवाने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया। ग्रामीणों को कहा कि उनका सबसे पहला कार्य परिजनों को संतुष्ट करना है, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सकें।

 

Case Of Finding Dead Bodies Of Factory Workers
मालखा लघु सचिवालय के सामने प्रदर्शन कर नारेबाजी करते आक्रोशित ग्रामीण।

पुलिस आरोपियों को बचाने का कर रही प्रयास : पूर्व सरपंच

गांव रसलापुर की पूर्व महिला सरपंच ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस की आरोपियों के साथ सांठगांठ है। पुलिस आरोपियों को बचाना चाहती है। इतना ही नही बल्कि पहले दिन से ही  पुलिस इसे हादसा दिखाने की पुरजोर कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में बाहर जब सब परिजन व ग्रामीण आरोपियों पर कार्रवाई की मांग के लिए अड़े हुए थे, तब पुलिस ने वहां से सभी को लाठीचार्ज करने की धमकी जबरदस्ती शव सौंपे गए और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अब कार्यवाही करने की बजाए मात्र औपचारिकताएं पूरी कर रही है।

पुलिस आरोपियों के साथ मिली हुई है

मृतक कुर्बान के परिजन गय्यूर ने कहा कि पुलिस आरोपियों के साथ मिली हुई है। जब वो पुलिस के पास जाते है तो उन्हे कहा जाता है कि वो कार्यवाही कर रहे है। गय्यूर ने यह भी बताया कि पुलिस, उनकी की एक भी बात नहीं सुन रही है। मामले में एकतरफा कार्रवाई करते हुए पुलिस को क्लीन चिट देने की तैयारी की जा रही है।

क्या है मामला

रसलापुर गांव निवासी सद्दाम पुत्र कामिल व जुल्फान पुत्र मुदा ने बताया था कि उनके भाई इस्लाम पुत्र कामिल व कुर्बान पुत्र मुदा हाटल जय फूड्स के सामने गोरजा इन्टर नैशनल प्रा.लि. में ट्रैक्टर ड्राइवर के तौर पर काम करते थे और रात के 12 बजे तक अपनी ड्यूटी खत्म करके घर वापिस आ जाते थे। पिछले काफी समय से फैक्ट्री मालिक अतिरिक्त  काम करवा रहा था। लेकिन उस हिसाब से मानदेय नही दे रहा था। इसको लेकर करीब 10-15 दिन पहले फैक्ट्री मालिकों ने अन्य कर्मचारियों से मिलकर इनके साथ मारपीट की थी और जान से मारने की धमकी दी थी। शनिवार को वो फैक्ट्री में काम पर गये थे। रात लगभग 12 बजे तक जब वो घर नही आए तो  फोन बंद होने के कारण वो उन्हे ढूंढने फैक्ट्री गये तो गार्ड ने बताया था कि वह दोनो काफी समय पहले जा चुके हैं और गेट नही खोला था। उन्हें बता चला था कि रंजिश के चलते इस्लाम,कुरबान व एक अन्य सुरेश की हत्या कर शव फैक्ट्री मालिकों ने अन्य साथियों के साथ मिलकर खुर्द बुर्द करने की कोशिश से गड्ढे में फेंक दिए है और कैमरे भी तोड़ दिए है। परिजनों ने जमकर फैक्ट्री में हंगामा किया था और शव लेने के लिए आई एंबुलेंस के शीशे भी तोड़ दिए थे। एएसपी मयंक मिश्रा ने मृतकों के परिजनों को ठोस कार्यवाही का आश्वासन दिया था और फैक्ट्री को आगामी कार्यवाही तक ताला लगाकर बंद कर दिया था। फैक्ट्री के बाहर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए, वहीं दूसरी और फैक्ट्री संचालकों की माने तो उक्त तीनों की मौत गड्ढे में बनी गैस के चढने से हुई थी। इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर हर पहलू तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
वर्जन
इस विषय में बापौली थाना प्रभारी अतरसिहं का कहना है कि जाम लगने की सूचना मिलने पर वो मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाकर शांत कर एसपी पानीपत से मिलने के लिए लेकर गए। जहां पर उन्हे एसपी पानीपत ने आश्वासन दिया कि जांच में उन्हे भी शामिल कर संतुष्ट किया जाएगा और साथ ही उक्त मामले की जांच करने के लिए एसआईटी गठित की जाएगी और साथ ही सीआईए पुलिस से भी जांच कराई जाएगी।